निर्मला सीतारमण भारतीय जनता पार्टी की वरिष्ठ नेता और वर्तमान में भारत की रक्षामंत्री हैं। 2017 में रक्षामंत्री का पदभार संभालने से पहले उनके पास वाणिज्य और उद्योग मंत्रालय का स्वतंत्र प्रभार था। इसके अलावा वो वित्त एवं कारपोरेट मामलों की राज्यमंत्री भी रह चुकी हैं। निर्मला सीतारमण के विषय में कहा जाता है कि वो भारत की पहली पूर्णकालिक महिला रक्षामंत्री हैं। निर्मला का जन्म तमिलनाडु के मदुरै में हुआ था। उन्होंने मद्रास के तिरुचिरापल्ली से शुरुआती पढ़ाई की और उसके बाद सीतालक्ष्मी रामास्वामी कॉलेज से इकोनॉमिक्स में बीए की पढ़ाई की। इसके बाद जवाहर लाल नेहरू विश्वविद्यालय से इकोनॉमिक्स में एमए की पढ़ाई की है। वो चंद्रबाबू नायडू की कम्यूनिकेशन एडवाइजर भी रह चुकी हैं और बाद में उन्होंने बीजेपी ज्वॉइन कर ली। Read More
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने वित्त वर्ष 2020-21 का बजट पेश कर दिया है। अंग्रेजी में दिए करीब ढाई घंटे के अपने भाषण में उन्होंने अलग-अलग क्षेत्रों के लिए तमाम नई घोषणाएं की। टैक्स स्लैब में बदलाव किया गया है तो वहीं एलआईएसी में एक बड़ी हिस्सेदारी ब ...
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने शनिवार को लोकसभा में बजट भाषण पढ़ते हुए कहा, ‘‘सभी परिवारों को पाइपलाइन के माध्यम से जलापूर्ति प्रदान करने के उद्देश्य से 3.60 लाख करोड़ रुपये की ‘जल जीवन अभियान’ योजना स्वीकृत की गयी है।’ ...
योगी ने कहा, ''रोजगार के व्यापक सृजन, किसान हितैषी और विकासोन्मुख बजट के लिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण का हृदय से अभिनंदन करता हूं, बधाई देता हूं।'' ...
बजट में मोदी सरकार ने करदाताओं को बड़ी राहत देते हुए कर कानूनों को सरल बनाने के लिए नयी वैकल्पिक व्यक्तिगत आयकर व्यवस्था पेश की है। नई टैक्स व्यवस्था वैकल्पिक होगी। इस बीच बजट को लेकर सोशल मीडिया पर खूब मीम्स वायरल हो रहे हैं... ...
मोदी सरकार ने यह दावा किया है कि इस बार के बजट में मिडिल क्लास समेत लगभग हर वर्ग को राहत दी गई है। हालांकि, बजट के विश्लेषण के बाद बातें सामने आई है कि नई इनकम टैक्स छूट के साथ एक पेच भी जुड़ा हुआ है। ...
केजरीवाल ने 2020-21 के लिए वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण द्वारा शनिवार को पेश किये गये बजट पर निराशा जताते हुए ट्वीट किया, ‘‘दिल्ली भाजपा की प्राथमिकताओं में आता ही नहीं तो दिल्ली वाले भाजपा को वोट क्यों दें?’’ ...
चालू वित्त वर्ष 2019-20 के लिए संशोधित अनुमानित व्यय 26.99 लाख करोड़ है, और प्राप्तियां 19.32 लाख करोड़ रुपये आंकी गयी हैं। वित्त वर्ष 2019-20 में सरकार की शुद्ध बाजार उधारी 4.99 लाख करोड़ रहेंगी। अगले वित्त वर्ष के दौरान यह बढ़ कर 5.36 लाख करोड़ रुप ...