एक कैलेंडर वर्ष खत्म होके जब दूसरा कैलेंडर वर्ष शुरू होता है तो उसे नया साल कहते हैं। दुनिया की हर सभ्यता में दिन-रात, महीने और साल की गणना के लिए किसी ने किसी कैलेंडर का अनुसरण किया जाता रहा है। आम तौर पर कैलेंडर की निर्धारण पृथ्वी की सूर्य के चारों तरफ परिक्रमा के समय या सूर्य या चंद्र की गति के अनुसार किया जाता है। भारत समेत पूरी दुनिया में इस समय सबसे अधिक देश ग्रेगैरियन कैलेंडर का पालन करते हैं। इस कैलेंडर में हर वर्ष एक जनवरी को नया साल शुरू होता है। ग्रेगैरियन कैलेंडर को पोप ग्रेगरी अष्टम ने अक्टूबर 1582 में प्रस्तुत किया था। इस कैलेंडर की खासियत थी कि इसमें लीप ईयर (29 दिन की फ़रवरी) की परिकल्पना प्रस्तुत की गयी थी। भारत सरकार भी ग्रेगैरियन कैलेंडर का अनुसरण करती है। भारत में सर्वाधिक प्रचलित विक्रम संवत और शक संवत रहे हैं। हालाँकि इनका प्रचलन अब केवल धार्मिक मामलों में होता है। Read More
सामान्य दिनों की तुलना में दिवाली और गुजराती नए साल पर आपातकालीन सड़क दुर्घटनाओं में क्रमश: 83.73 फीसदी और 176.90 फीसदी बढ़ोतरी हुई. वहीं, भाई दूज पर आपातकालीन दुर्घटनाओं की संख्या 58.79 फीसदी हो गई. ...
कोरोना महामारी के दौर ने दुनिया में काफी कुछ बदल दिया। इस बीमारी ने लाखों लोगों की जान ली तो वहीं बड़ी संख्या में लोगों के रोजगार पर भी असर पड़ा। ऐसे में नए साल में अगर आप अपनी नौकरी या करियर को बदलने की सोच रहे हैं तो ये टिप्स जरूर अपनाएं। ...