खुद को सन ऑफ मल्लाह कहने वाले मुकेश सहनी राज्य के राजनीतिक क्षितिज पर 2014 के लोकसभा चुनाव में उभरे थे। बाद में विकासशील इंसान पार्टी (वीआईपी) बनाई। 2019 का लोकसभा चुनाव महागठबंधन के तहत उनकी पार्टी लड़ी। लोकसभा चुनाव में वीआईपी को 1.65% वोट मिले। यह 18 विधानसभा क्षेत्रों का ही हिसाब है, लेकिन वोट के मामले में अति-पिछड़ी गिनी जाने वाले और कई जातियों-उपजातियों में विभक्त निषाद समुदाय में कई क्षेत्रों में असरदार हैसियत रहता है। खासकर उत्तर बिहार में मुजफ्फरपुर से लेकर भागलपुर तक जहां नदियों का जाल है। Read More
अमर पासवान राजद के टिकट पर बोचहां में उम्मीदवार होंगे. ऐसे में एनडीए सरकार के अंदर मंत्री रहने के बावजूद सहनी तेजस्वी के साथ हाथ मिलाकर भाजपा को चुनौती देंगे. ...
मुकेश सहनी ने तेजस्वी यादव को संबोधित करते हुए कहा, यदि वे ढाई साल के लिए खुद और इतने ही दिन के लिए उन्हें (मुकेश सहनी) या निषाद समाज के किसी अन्य नेता को मुख्यमंत्री बनने की बात पर आगे आएं तो वीआईपी साथ है। ...
उत्तर प्रदेश चुनाव की तैयारी कर रहे मुकेश सहनी ने चुनाव से पहले ये दावा किया था कि उस सूबे में 165 सीटों पर उनकी जाति के वोटरों की संख्या निर्णायक है. वे केवल 53 सीटों पर उम्मीदवार उतार पाए लेकिन बुरी तरह विफल साबित हुए। ...
नीतीश मंत्रीमंडल से मुकेश सहनी को हटाकर उनकी जगह उन्हीं की वीआईपी पार्टी से किसी अन्य विधायक को मंत्री बनाया जा सकता है। यही नहीं खबरें तो यहां तक आ रही है कि भाजपा मुकेश सहनी को दोबारा विधान परिषद में जगह न दिये जाने पर भी गंभीरता से विचार कर रही है ...
वीआईपी अध्यक्ष और मंत्री मुकेश सहनी ने 24 सीटों पर उम्मीदवार उतारने की घोषणा कर दी है. हम पार्टी के प्रवक्ता दानिश रिजवान ने कहा कि बिहार विधान परिषद की 24 सीटों के शेयरिंग का फॉर्मूला तय हो गया है. ...