बिहार: मुकेश सहनी का तेजस्वी यादव को खुला ऑफर, कहा- ढाई साल के लिए मुख्यमंत्री बना दें, फिर देंगे आपका साथ
By एस पी सिन्हा | Published: March 17, 2022 07:00 PM2022-03-17T19:00:00+5:302022-03-17T19:00:00+5:30
मुकेश सहनी ने तेजस्वी यादव को संबोधित करते हुए कहा, यदि वे ढाई साल के लिए खुद और इतने ही दिन के लिए उन्हें (मुकेश सहनी) या निषाद समाज के किसी अन्य नेता को मुख्यमंत्री बनने की बात पर आगे आएं तो वीआईपी साथ है।
पटना:बिहार एनडीए में शामिल वीआईपी पार्टी के नेता व नीतीश कैबिनेट में मंत्री मुकेश सहनी ने तेजस्वी यादव को खुला ऑफर दे दिया है। उन्होंने कहा है कि तेजस्वी पांच साल के लिए मुख्यमंत्री बनने की चाहत छोड दें। यदि वे ढाई साल के लिए खुद और इतने ही दिन के लिए उन्हें (मुकेश सहनी) या निषाद समाज के किसी अन्य नेता को मुख्यमंत्री बनने की बात पर आगे आएं तो वीआईपी साथ है।
मुकेश सहनी ने कहा कि वे हमेशा से लालू प्रसाद यादव को मानते रहे हैं। लालू हमेशा उनके दिल में रहेंगे। लालू यादव की उंगली पकड़कर ही यहां तक आए तो उन्हें कैसे भूल सकते हैं। भले ही उनकी राजनीति अलग-अलग हो। उन्होंने कहा कि वो लालू प्रसाद यादव को मानते हैं।
मुकेश सहनी ने कहा कि लालू प्रसाद यादव सामाजिक न्याय के पुरोधा रहे हैं। वे हमेशा सामाजिक न्याय की लड़ाई लड़ते रहे हैं। उन्हें देखकर ही राजनीति सीखी है। यूं कहें कि लालू प्रसाद यादव की अंगुली पकड़कर यहां तक आए हैं। अब यहां तक आएं हैं तो उन्हें कैसे भूल जाएं। भले रास्ते अलग हैं, लेकिन लालू जी दिल में रहते हैं, कहने पर कई नेताओं ने उनपर टिप्पणी की। वे लोग भी टिप्पणी कर रहे थे, जो उनकी अंगुली पकडकर राजनीति में आगे आए हैं, लेकिन लालूजी हमेशा मेरे दिल में रहे हैं। अटलजी को भी मानते हैं। मुकेश सहनी ने कहा कि वे ऐसे नेताओं के रास्ते पर चलने का प्रयास करते हैं।
मुकेश सहनी ने कहा कि उनकी लड़ाई है कि बिहार में पिछड़ा-दलित का बेटा राज करे। उन्होंने कहा कि तेजस्वी केवल खुद ही मुख्यमंत्री बनने के चक्कर में रहते हैं। अगर वह पिछड़े और निषाद के बेटे को भी राज करने देंगे तो फिर उनकी पार्टी राजद के साथ जाएगी। जरूरी नहीं है कि मुकेश सहनी मुख्यमंत्री बने, लेकिन जब तक उनके और मेरे सोच में फर्क रहेगा, हम दूर रहेंगे।
उन्होंने कहा कि पुष्पा मतलब फ्लावर मत समझना सन ऑफ मल्लाह हूं। निषाद हमेशा धारा के विपरीत चलता है, इसलिए कोई कुछ बोले, परवाह नहीं। हक अधिकार के लिए लड़ते रहेंगे। सूई के नोक के बराबर भी अधिकार है तो लड़ता रहूंगा। उन्होंने कहा कि मेरी सोच है कि बिहार में वो दलितों व पिछड़ों को राज कराने की सोच रखते हैं, लेकिन तेजस्वी केवल खुद ही मुख्यमंत्री बनना चाहते हैं। जबतक दोनों की सोच अलग है तो दोनों के रास्ते भी अलग रहेंगे जिस दिन दोनों की सोच एक हो गई तो साथ भी आएंगे।
उल्लेखनीय है कि भाजपा और मुकेश सहनी के बीच अभी कड़वाहट देखी जा रही है। यूपी चुनाव के दौरान मुकेश सहनी ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर जमकर हमला बोला था। वहीं मुजफ्फरपुर के बोचहां सीट पर हो रहे उपचुनाव में भी एक तरफ जहां भाजपा के कई नेता अपनी पार्टी की दावेदारी ठोक रहे हैं तो दूसरी तरफ मुकेश सहनी ने साफ कहा है कि वीआईपी पार्टी ही एनडीए के तरफ से उम्मीदवार उतारेगी।