लद्दाख एक ऊंचा पठार है जिसका अधिकतर हिस्सा 3,500 मीटर (9,800 फीट) से ऊंचा है। यह हिमालय और कराकोरम पर्वत श्रृंखला और सिन्धु नदी की ऊपरी घाटी में फैला है। करीब 33,554 वर्गमील में फैले लद्दाख में बसने लायक जगह बेहद कम है। यहां हर ओर ऊंचे-ऊंचे विशालकाय पथरीले पहाड़ और मैदान हैं। यहां के सभी धर्मों के लोगों की जनसंख्या मिलाकर 2,36,539 है। लद्दाख के पूर्वी हिस्से में लेह के आसपास रहने वाले निवासी मुख्यतः तिब्बती, बौद्ध और भारतीय हिन्दू हैं, लेकिन पश्चिम में करगिल के आसपास जनसंख्या मुख्यतः भारतीय शिया मुस्लिमों की है। तिब्बत पर कब्जे के दौरान बहुत से तिब्बती यहां आकर बस गए थे। लद्दाख को चीन, तिब्बत का हिस्सा मानता है। सिन्धु नदी लद्दाख से निकलकर ही पाकिस्तान के कराची तक बहती है। प्राचीनकाल में लद्दाख कई अहम व्यापारिक रास्तों का प्रमुख केंद्र था। Read More
रक्षा मंत्रालय ने माना है कि 5 मई, 2020 के बाद से एलएसी और विशेष रूप से गालवान घाटी में चीन का अतिक्रमण बढ़ा है। हालांकि, अब इससे जुड़े डॉक्यूमेंट के हटाये जाने पर विवाद शुरू हो गया है। ...
संविधान की धारा -370 की समाप्ति की पहली वर्षगांठ पर पांच अगस्त बुधवार को आतंकियों और अलगाववादियों के हिंसा भड़काने की आशंका को देखते हुए प्रदेश प्रशासन ने सोमवार देर रात से ही कश्मीर संभाग के विभिन्न जिलों में पाबंदियां लागू करते हुए जिला श्रीनगर में ...
भारतीय और चीनी सेना के शीर्ष कमांडरों के बीच 2 अगस्त को पांचवें चरण की बातचीत लगभग 11 घंटे तक चली। बातचीत के दौरान भारत ने पैंगोंग सो और पूर्वी लद्दाख में वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) के पास टकराव वाले सभी स्थानों से चीनी सैनिकों के जल्द से जल्द पू ...
India China Border Tension: भारत और चीन के बीत गतिरोध मई 2020 से ही जारी है। 15 जून को गलवान घाटी में हुई हिंसक झड़प के बाद स्थिति बिगड़ गई थी, जिसमें 20 भारतीय सैनिक शहीद हो गए थे। चीनी पक्ष के सैनिक भी हताहत हुए थे लेकिन इस बारे में चीन द्वारा अब त ...
पहले खबर थी कि दोनों देशों के बीच होने वाली कमांडर स्तर की बातचीत टल गई है लेकिन भारत के दबाव में चीन को झुकना पड़ा। वह अब भी पैंगोंग औऱ देपसांग से पीछे हटने के संकेत नहीं दे रहा है। ऐसे में भारत उसे पीछे हटाने की भरसक कोशिश करेगा ...
शीर्ष सैन्य अधिकारियों और सामरिक विशेषज्ञों ने पूर्वी लद्दाख में एलएसी और अन्य स्थानों पर समग्र हालात का शनिवार को जायजा लिया। उन्होंने बताया कि थलसेना प्रमुख जनरल एम एम नरवणे तैयारियों के संबंध में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह को नियमित रूप से जानकारी द ...
एयर मार्शल बी सुरेश यह जिम्मेदारी संभाल रहे थे। उनके सेवानिवृत्त होने के बाद एयर मार्शल चौधरी ने यह प्रभार संभाला है। राष्ट्रीय रक्षा अकादमी के पूर्व छात्र एयर मार्शल चौधरी को 29 दिसंबर 1982 में वायुसेना में फाइटर पायलट के रूप में शामिल किया गया था। ...
तनाव के बीच 1 अगस्त को चीनी पीएलए सालगिरह के मौके पर होने वाली बार्डर पर्सनल मीटिंग इस बार नहीं हो रही है। इतना ही नहीं दोनों देशों के बीच 24 जुलाई को हुई सीमा कार्यतंत्र की बैठक में बनी रजामंदी के बावजूद अभी तक अगली सैन्य कमांडर स्तर वार्ता की भी को ...