आजादी के 71 साल के बाद भी देश में देश में हिंसा, करप्शन, महिलाओं के प्रति लगातार बढ़ते अपराध देश की रंगत बदल रहे हैं। आजादी के इतने साल बाद भी पूरे देश में नेगेटिव चीजें ही क्यों? इस आजादी के मौके पर लोकमत न्यूज प्रस्तुत करते हैं 71 साल 71 कहानियां। वैसे तो देश में बहुत सारी कहानियां हैं लेकिन यहां हम 71 पॉजिटिव कहानियों की बात करेंगे जो किसी ना किसी तरह देश में अपना योगदान दे रहे हैं। Read More
हर ऐरे-गैरे की सेवा की सनक को देखते हुए घर वालों ने पैरों में लोहे की बेड़ियां डाल दीं। इस आसरे में कि बेटा सुधर जाएगा, किसी धंधे में मन लगाएगा, पर अमन तो ठहरा अमन। जो ठान ली सो ठान ली। ...
साक्षरता का जीवन में कितना महत्त्व है शायद इसका पता एक अनपढ़ इंसान को ही हो सकता है. आज हम बात कर रहे हैं मंगलुरु के पास के छोटे से गाँव के अक्षर संत कहे जाने वाले एक छोटे से संतरा विक्रेता हजब्बा की जिन्होंने अपने मेहनत की कमाई का इस्तेमाल अपने गाँव ...
नकारात्मक सामाजिक संरचनाओं के मानकों को तोड़ लोकमत न्यूज़ हिंदी इस स्वतंत्रता आपके बीच कुछ सकारात्मक बदलावों को लेकर आया है #KuchhPositiveKarteHain 71 साल 71 कहानियां. ...
भारत तमाम समस्याओं से जूझ रहा है लेकिन उन सब के बीच कुछ ऐसी कहानियां हैं जो हमें सुकून दे जाती हैं। इसी सुकून की तलाश में LokmatNews.in निकल पड़ा है। आपसे भी अपील है। आइए, #KuchhPositiveKarteHain. ...