पाकिस्तान में सिख धर्म के प्रसिद्ध धार्मिक स्थलों में से एक करतारपुर साहिब करतारपुर, जिला नारोवल, पाकिस्तान में स्थित है। यह वही स्थान हैं जहां 22 सितंबर 1539 को सिख धर्म के संस्थापक श्री गुरु नानक देव जी ज्योति ज्योत (उनका निधन हुआ था) समाए थे। सिखों की इस धार्मिक स्थल से बेहद आस्था जुड़ी है।सिखों द्वारा गुरु नानक देव जी से जुड़े धार्मिक स्थल करतारपुर साहिब को भारतीय सिखों के लिए खोल देने की मांग की जा रही थी। पाकिस्तान ने इस कॉरिडोर को मंजूरी दे दी है। Read More
बृहस्पतिवार को मीडिया में आई एक खबर में यह कहा गया है। इससे कुछ ही दिन पहले प्रधानमंत्री इमरान खान ने घोषणा की थी कि भारतीय श्रद्धालुओं को पवित्र गुरुद्वारा दरबार साहिब आने के लिए महज एक वैध पहचान-पत्र की जरूरत होगी। ...
नवजोत सिंह सिद्धू ने बुधवार को विदेश मंत्रालय को चिट्ठी लिख दूसरी बार नौ नवंबर को पाकिस्तान में करतारपुर गलियारे के उद्घाटन समारोह में शामिल होने की अनुमति मांगी। ...
करतारपुर साहिब इसलिए भी बेहद खास है क्योंकि गुरु नानक देव जी ने यहां अपनी आखिरी सांसे ली थी। सिर्फ यही नहीं अपने जीवन के 18 वर्ष उन्होंने यही गुजारे थे। ...
होर्डिंग में खान के बगल में सिद्धू की तस्वीर भी दिख रही थीं। इसमें गुरुमुखी में लिखा था, ‘‘सिद्धू और इमरान खान करतारपुर गलियारा परियोजना को एक वास्तविकता बनाने के असली नायक हैं..श्रेय उन्हें जाता है।’’ ...
इवैक्यूई ट्रस्ट प्रोपर्टी बोर्ड (ईटीपीबी) के अध्यक्ष डॉ आमिर अहमद ने पीटीआई-भाषा से कहा, ‘‘ धर्म स्थलों पर (गुरुद्वारों में) किसी भी राजनीतिक गतिविधि की इजाजत नहीं दी जाएगी। यह सख्ती से प्रतिबंधित है और धार्मिक उत्सव में यहां आने वाला कोई भी शख्स (सि ...
सीएम अमरिंदर सिंह ने बुधवार को कहा कि अमृतसर में लगे पोस्टर के बारे में केवल नवजोत सिंह सिद्धू ही बता सकते हैं। इन पोस्टरों के बारे में बताना पूरी तरह से सिद्धू के ऊपर है। ...
करतारपुर जाने वाले पहले जत्थे में वीवीआईपी लोगों में पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह, पंजाब के मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह और केंद्रीय मंत्री हरदीप पुरी व 150 सांसद शामिल हैं। ...