करतारपुर कॉरिडोर पर पाकिस्तान ने मारा U-Turn: सेना प्रवक्ता ने कहा पासपोर्ट जरूरी, पीएम इमरान ने दी थी छूट
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Published: November 7, 2019 12:10 PM2019-11-07T12:10:13+5:302019-11-07T12:10:13+5:30
पाकिस्तान आर्मी के प्रवक्ता मेजर जनरल आसिफ गफूर ने कहा है कि करतार पुर कॉरिडोर आने वाले सिख श्रद्धालुओं के पास पॉसपोर्ट होना अनिवार्य है।
पाकिस्तान आर्मी के प्रवक्ता मेजर जनरल आसिफ गफूर ने कहा है कि करतार पुर कॉरिडोर आने वाले सिख श्रद्धालुओं के पास पॉसपोर्ट होना अनिवार्य है। इसे पाकिस्तान के यू-टर्न के रूप में देखा जा रहा है। इससे पहले पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने 1 नवंबर को कहा था कि सरकार सिख श्रद्धालुओं की दो मांगे पूरी कर रही है- पहली पॉसपोर्ट की जरूरत नहीं, दूसरी 10 दिन पहले एडवांस बुकिंग की जरूरत नहीं। साथ ही साथ दो दिनों के लिए शुल्क की माफी की घोषणा भी पाक पीएम ने की थी। करतारपुर कॉरिडोर का पहला जत्था 9 नवंबर को रवाना होगा।
केंद्र सरकार ने करतारपुर साहिब जाने वाले पहले जत्थे की सूची जारी कर दी है। पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह, पंजाब के मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह और केंद्रीय मंत्री हरदीप पुरी उन 575 लोगों में शामिल हैं जो करतारपुर गलियारे के जरिये पाकिस्तान में गुरुद्वारा दरबार साहिब जाने वाले पहले जत्थे का हिस्सा होंगे। केंद्र सरकार के सूत्रों ने मंगलवार को बताया कि भारत ने मंगलवार को 575 लोगों की सूची पाकिस्तान के साथ साझा की। केंद्रीय मंत्री हरसिमरत कौर बादल और पंजाब के सांसद और विधायक भी इस समूह का हिस्सा होंगे।
पाकिस्तान ने बहुप्रतीक्षित करतारपुर गलियारा खोले जाने का राजनयिक स्तर पर प्रचार करते हुए इस्लामाबाद स्थित विदेशी दूतावासों/उच्चायोगों के प्रमुखों और उनके प्रतिनिधियों को इस संबंध में जानकारी दी। विदेश मंत्रालय के मुताबिक विदेश सचिव सोहेल महमूद ने पवित्र सिख गुरुद्वारे को खोलने की पाकिस्तान की पहल पर विशेष रूप से ध्यान आकर्षित कराने के लिए राजनयिकों को बुधवार को इस बारे में जानकारी दी।
मंत्रालय ने कहा कि महमूद ने गुरु नानक देव की 550वीं जयंती के शुभ अवसर पर करतारपुर साहिब गलियारा खोलने की देश के प्रधानमंत्री इमरान खान की ऐतिहासिक पहल पर प्रकाश डाला। विदेश सचिव ने रेखांकित किया कि पाकिस्तान ने यह कदम दुनिया भर के, विशेष कर भारत के सिख श्रद्धालुओं द्वारा लंबे समय से किए जा रहे अनुरोध को स्वीकार करने की दिशा में उठाया है। उन्होंने कहा कि करतारपुर साहिब गलियारे के अलावा भारत के सिख श्रद्घालु वाघा बॉर्डर से भी आएंगे।
समाचार एजेंसी पीटीआई-भाषा से इनपुट्स लेकर