ज्योतिरादित्य माधवराव सिंधिया भारतीय राजनेता हैं। मोदी सरकार में नागर विमानन मंत्री हैं। इससे पहले वह 18 सालों तक में भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के नेता थे। ज्योतिरादित्य सिंधिया 15वीं लोकसभा के मंत्रिमंडल में वाणिज्य और उद्योग राज्यमंत्री भी रहे थे। उनका जन्म 1 जनवरी 1971 को हुआ था। इनका संबंध सिंधिया राजघराने से है। इनके पिता स्व. माधवराव सिंधिया भी गुना से कांग्रेस के विजयी उम्मीदवार रहे हैं। Read More
मध्य प्रदेश कांग्रेस का नया अध्यक्ष बनाने की मांग को लेकर पार्टी में जारी आंतरिक कलह की खबरों के बीच इस पद के प्रबल दावेदार ज्योतिरादित्य सिंधिया मंगलवार को पार्टी की अध्यक्ष सोनिया गांधी से नई दिल्ली में मुलाकात कर सकते हैं।ग्वालियर-चंबल इलाके के स ...
ग्वालियर-चंबल इलाके के सिंधिया के कुछ समर्थक खुलकर उन्हें प्रदेश अध्यक्ष बनाने की मांग को लेकर सड़कों पर आकर पिछले कुछ दिनों से प्रदर्शन करने लगे हैं। उनका कहना है कि यदि उनकी यह मांग आलाकमान द्वारा नहीं मानी गई, तो वे पार्टी से इस्तीफा दे देंगे। ...
पार्टी के वरिष्ठ नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया की अध्यक्षता में बनी स्क्रीनिंग कमेटी की दूसरी पहली बैठक थी। इसमें महाराष्ट्र के कांग्रेस प्रभारी मल्लिकार्जुन खड़गे, प्रदेश अध्यक्ष बालासाहेब थोराट और कई अन्य वरिष्ठ नेता शामिल हुए। इससे पहले 29 अगस्त को प ...
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और विधायक ऐंदल सिंह कंसाना ने कहा कि मुख्यमंत्री एक कौवा टांग दें, जिससे दूसरे कांव-कांव न करें. उन्होंने कहा कि मुझे इस बात का दु:ख नहीं है कि मुझे मंत्री नहीं बनाया गया. जिन्हें मंत्री बनाया गया है, वे मेरे से ज्यादा योग्य ह ...
अध्यक्ष पद को लेकर मध्य प्रदेश कांग्रेस में घमासान मचा हुआ है. राज्य की राजनीति पर हावी ज्योतिरादित्य का खेमा, दिग्विजय सिंह का खेमा और कमलनाथ का खेमा अपना प्रदेश बनवाना चाहता है. ...
पूर्व केंद्रीय मंत्री और कांग्रेस महासचिव ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कमलनाथ सरकार को चेतावनी भी दी कि अगर अवैध खनन नहीं रुका तो वह आगे आने को मजबूर होंगे। बता दें कि फिलहाल मध्य प्रदेश में कांग्रेस की सरकार है। ...
मध्यप्रदेश प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष पद को लेकर शुक्रवार को दिनभर सिंधिया के समर्थन में प्रदेश के कई हिस्सों में उनके समर्थकों ने प्रदर्शन किया. उनके समर्थक सिंधिया को प्रदेश अध्यक्ष बनाए जाने की मांग करते रहे. ...
मध्य प्रदेश की सत्ता पर कांग्रेस करीब 15 वर्षों बाद काबिज हुई लेकिन कमलनाथ के अध्यक्ष पद से इस्तीफा देने के बाद से इसे भरा नहीं जा सका है। सूत्रों की मानें को ज्योतिरादित्य सिंधिया इस पद पर आसीन होने की महत्वाकांक्षा पाले हैं। ...