मध्य प्रदेश: कांग्रेस अध्यक्ष पद को लेकर घमासान, सीएम कमलनाथ से मांग- एक कौवे को टांग दें, दूसरे कांव-कांव नहीं करेंगे
By लोकमत समाचार ब्यूरो | Published: September 5, 2019 08:58 PM2019-09-05T20:58:36+5:302019-09-05T20:58:36+5:30
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और विधायक ऐंदल सिंह कंसाना ने कहा कि मुख्यमंत्री एक कौवा टांग दें, जिससे दूसरे कांव-कांव न करें. उन्होंने कहा कि मुझे इस बात का दु:ख नहीं है कि मुझे मंत्री नहीं बनाया गया. जिन्हें मंत्री बनाया गया है, वे मेरे से ज्यादा योग्य होंगे. दिग्विजय सिंह ने मध्य प्रदेश में सरकार बनाई है और ये मंत्री लोग सरकार को ही बदनाम करने में लगे हुए हैं.
मध्य प्रदेश में कांग्रेस में वन मंत्री उमंग सिंघार और दिग्विजय सिंह के बीच उठा विवाद मुख्यमंत्री कमलनाथ की समझाइश के बाद एक बार फिर सड़क पर आ गया है. एक दिन शांत रहकर वन मंत्री उमंग सिंघार ने फिर से हुंकार भरी है और ट्वीट कर तंज कसा है. वहीं राजधानी में सिंधिया समर्थक भी सक्रिय हो गए और सिंधिया को प्रदेश अध्यक्ष बनाने की मांग को लेकर आज प्रदेश कांग्रेस कार्यालय के समीप एक पोस्टर लगा दिया है. इसके अलावा दिग्विजय समर्थक भी खुलकर सामने आ गए हैं.
मध्य प्रदेश कांग्रेस में मचा घमासान कम होने का नाम नहीं ले रहा है. मुख्यमंत्री कमलनाथ से मिलने के बाद भी वन मंत्री उमंग सिंघार ने एक तो मौन साधा, मगर उसके बाद आज फिर से हुंकार भरी है. सिंघार के तेवर कम होते दिख नहीं रहे हैं. सिंघार ने आज एक बार फिर ट्वीट करके तंज कसा है. सिंघार ने शायरी लिखकर यह तंज कसा है. सिंघार ने लिखा है 'उसूलों पर जहां आंच आये टकराना जरूरी है. जो गर जिंदा हो तो फिर जिंदा नजर आना जरूरी है. सत्यमेव जयते!
दूसरी ओर ज्योतिरादित्य सिंधिया समर्थकों ने भी आज राजधानी में पोस्टर लगाकर सिंधिया को प्रदेश अध्यक्ष बनाने की मांग कर दी है. ग्वालियर के बाद अब राजधानी में प्रदेश कांग्रेस कार्यालय के समीप यह पोस्टर सिंधिया समर्थक और प्रदेश कांग्रेस कमेटी के महासचिव अब्दुल नासिर ने लगाए हैं. पोस्टर में लिखा है कि सिंधिया को मध्य प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष पद पर मनोनीत करने हेतु विशेष आव्हान, मेरा नेता मेरा स्वाभिमान. अध्यक्ष पद को लेकर उठे विवाद के बीच फिर पोस्टरबाजी ने पार्टी में नई बहस छेड़ दी है.
उल्लेखनीय है कि एक दिन पहले सिंधिया, उमंग सिंघार का समर्थन करते नजर आए थे और ये कहा था कि सरकार में किसी का दखल नहीं होना चाहिए. यानी सिंधिया ने अप्रत्यक्ष तौर पर दिग्विजय सिंह पर निशाना साधा था, हालांकि उन्होंने ये भी कहा था कि दिग्विजय सिंह को भी सुनना चाहिए. सिंधिया के समर्थन में लगे पोस्टर को लेकर राज्य के जनसंपर्क मंत्री पी.सी.शर्मा ने कहा कि यह सब राजनीति के तहत चल रहा है.
विधायकों ने लगाए अपनी सरकार पर भ्रष्टाचार के आरोप
कांग्रेस के दो विधायकों ने भी मोर्चा खोला और कमलनाथ सरकार के स्वास्थ्य मंत्री तुलसी सिलावट पर भ्रष्टाचार के आरोप लगाए हैं. भिंड जिले के गोहद से कांग्रेस विधायक रणवीर जाटव और मुरैना जिले के अंबाह से विधायक कमलेश जाटव ने स्वास्थ्य मंत्री तुलसी सिलावट पर बिना पैसे लिए कोई भी काम न करने का आरोप लगाया है. दोनों विधायकों का आरोप था कि उन्होंने मंत्री से अपने क्षेत्र के कर्मचारियों के तबादले के लिए कहा था, मंत्री ने कर्मचारियों को सीधे उनके पास भेजने को कहा. इसके बाद जब कर्मचारी मंत्री के पास पहुंचे तो मंत्री ने उन्हें इंदौर जाकर उनके पुत्र से मिलने का कहा. जब कर्मचारी मंत्री सिलावट के पुत्र से मिले तो उनसे पैसों की मांग की गई. स्वास्थ्य मंत्री तुलसी सिलावट ने अपने पर लगे आरोपों पर पहले तो प्रतिक्रिया देने पर मना किया, लेकिन बार-बार सवाल करने पर मंत्री ने इसे पारिवारिक मसला बताया और इसे सावर्जनिक नहीं करने की बात कही. मंत्री ने कहा कि 35 साल से मैं काम कर रहा हूं, कभी कुछ नहीं हुआ, परिवार के लोगों से बात करुंगा.
एक कौवे को टांग दें, दूसरे कांव-कांव नहीं करेंगे
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और विधायक ऐंदल सिंह कंसाना ने भी दिग्विजय सिंह के समर्थन में मोर्चा खोला है. कंसना ने अपने ही सरकार के मंत्रियों पर हमला करते हुए कहा है कि उमंग सिंघार सहित 4 नेताओं को बर्खास्त किया जाना चाहिए. इस दौरान कंसाना ने उमंग सिंघार और सिंधिया खेमे के नेताओं पर भी बरसे. उन्होंने कहा है कि ऐसे विवादित बयान देने वाले मंत्रियों के खिलाफ तत्काल कार्रवाई करनी चाहिए. उन्होंने मुख्यमंत्री कमलनाथ से उमंग सिंघार, डा. गोविंद सिंह, गोविंद सिंह राजपूत, इमरती देवी, प्रद्युमन सिंह तोमर को बर्खास्त करने की मांग की है. कंसाना ने कहा कि मुख्यमंत्री एक कौवा टांग दें, जिससे दूसरे कांव-कांव न करें. उन्होंने कहा कि मुझे इस बात का दु:ख नहीं है कि मुझे मंत्री नहीं बनाया गया. जिन्हें मंत्री बनाया गया है, वे मेरे से ज्यादा योग्य होंगे. दिग्विजय सिंह ने मध्य प्रदेश में सरकार बनाई है और ये मंत्री लोग सरकार को ही बदनाम करने में लगे हुए हैं.
पूर्व राज्यपाल ने कहा सिंघार भाजपा के दलाल
पूर्व राज्यपाल अजीज कुरैशी ने पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह का समर्थन करते हुए कहा है कि मैंने अपने पूरे करियर में ऐसी चिंताजनक और दुर्भाग्यपूर्ण स्तिथि नहीं देखी. कुरैशी ने कहा कि जैसी स्थिति मध्य प्रदेश में आज सामने आ रही है वैसी स्थिति मैने अपने पूरे करियर में ऐसी स्थिति नहीं देखी है. उन्होंने कहा वन मंत्री उमंग सिंह सिंघार भाजपा के दलाल या ऐजेंट हैं जो उनकी बात को कंग्रेस में उठा रहे हैं. इंदिरा गांधी का समय होता तो अब तक इस तरह का बयान देने वाले मंत्री को बाहर का रास्ता दिखा दिया होता.