ज्योतिरादित्य सिंधिया की नाराजगी: समर्थक और मंत्री देते रहे सफाई, शिवराज ने ली चुटकी
By लोकमत समाचार ब्यूरो | Published: August 30, 2019 08:48 PM2019-08-30T20:48:05+5:302019-08-30T20:48:05+5:30
मध्य प्रदेश की सत्ता पर कांग्रेस करीब 15 वर्षों बाद काबिज हुई लेकिन कमलनाथ के अध्यक्ष पद से इस्तीफा देने के बाद से इसे भरा नहीं जा सका है। सूत्रों की मानें को ज्योतिरादित्य सिंधिया इस पद पर आसीन होने की महत्वाकांक्षा पाले हैं।
मध्यप्रदेश में प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष को लेकर सियासी पारा आज दिनभर चढ़ा रहा. पूर्व सांसद और वरिष्ठ कांग्रेस नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया की नाराजगी की खबरें भी तेज रहीं. इस तरह की खबरें जब सामने आई तो कमलनाथ के मंत्रियों और सिंधिया समर्थकों ने मैदान संभाला और यह सफाई देते रहे कि सिंधिया पद के लिए नाराज नहीं है. हालांकि सिंधिया की ओर से न तो नाराजगी को लेकर स्पष्ट किया गया और न ही इस तरह की खबरों का खंडन किया गया.
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष पद को लेकर कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी के साथ बैठकों का दौर आज शुक्रवार को भी दिल्ली में जारी रहा. मुख्यमंत्री कमलनाथ ने उनसे मुलाकात की, वहीं इस बीच यह खबर तेजी से मीडिया में आई कि इस पद के लिए ज्योतिरादित्य सिंधिया ने भी अपनी दावेदारी पेश की और पार्टी हाईकमान को चेतावनी भी दे दी कि अगर उन्हें प्रदेश अध्यक्ष नहीं बनाया गया तो विकल्प तलाशेंगे. हालांकि सिंधिया ने इन खबरों की न तो पुष्टि की और न ही खंडन. इस तरह की खबरें जब तेज हुई तो कांग्रेस में हड़कंप सा मच गया. इस बीच समर्थकों और कमलनाथ सरकार के मंत्रियों ने मैदान संभाला और यह स्पष्ट करते रहे कि सिंधिया पद के लिए नाराज नहीं हैं.
राज्य के सहकारिता मंत्री डा. गोविन्द सिंह ने प्रदेश में सियासी गतिविधि पर कहा कि कांग्रेस पार्टी में हाई कमान सारे निर्णय लेता हैं. उन्होंने कहा कि कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी जिसे अध्यक्ष बनाएंगी, वही बनेगा और उनके फैसले का स्वागत किया जाएगा. उन्होंने कहा कि सोनिया गांधी हमारी नेता हैं उनके फैसले का स्वागत करूंगा. सोनिया गांधी पर कोई दबाव नहीं बना सकता है. वहीं उच्च शिक्षा मंत्री जीतू पटवारी ने कहा कि अपनी भावनाओं को व्यक्त करने का सभी को अधिकार है. परिवार के लोग संगठन के अंदर भी बात करते हैं और बाहर भी. नेता खुद को योग्य समझने पर ही भाव व्यक्त करता है. उन्होंने कहा कि जो भी प्रदेश अध्यक्ष बनेगा वह सभी की पसंद का होगा. नया अध्यक्ष सरकार और मुख्यमंत्री का सहयोगी होगा.
वहीं सिंधिया समर्थक प्रद्युमन सिंह तोमर ने कहा है कि यह केवल अफवाह है, सिंधिया पद की लालसा में कभी नहीं रहते है. वह सिर्फ समाजसेवा के लिए राजनीति करते हैं. कुछ लोग हैं, जो ऐसी अफवाह फैला रहे हैं, लेकिन कांग्रेस के लोगों की भावना है कि सिंधिया को प्रदेशाध्यक्ष बनाया जाए. तोमर के अलावा राजस्व मंत्री गोविंद सिंह राजपूत ने कहा कि पार्टी को सिंधिया को सम्मानजनक पद सौंपा जाना चाहिए.
प्रदेश अध्यक्ष पद से काफी ऊंचा है सिंधिया का कद
पूर्व सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया की प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष पद पर दावेदारी को लोक निर्माण मंत्री सज्जन सिंह वर्मा ने कहा कि कुछ लोगों द्वारा उड़ाई गई ये अफवाह है कि सिंधिया प्रदेश अध्यक्ष पद के लिए दावेदारी पेश करने जा रहे हैं. उन्होंने कहा कि सिंधिया का कद इतना बड़ा है कि उन्हें प्रदेश अध्यक्ष के लिए दावेदारी पेश करने की जरूरत ही नहीं है. जब जो पद चाहेंगे वो उन्हें मिल जाएगा, क्योंकि हाईकमान उनकी कार्यशैली और क्षमता को बखूबी जानता है. उन्होंने कहा कि कांग्रेस महासचिव के पद से काफी छोटा है प्रदेश अध्यक्ष का पद.
शिवराज ने ली चुटकी
ज्योतिरादित्य सिंधिया की नाराजगी पर भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने चुटकी ली है. शिवराज सिंह ने कहा कि मध्य प्रदेश सरकार में भी नाटक चल रहा है. विधायक भी अलग-अलग बयान दे रहे हैं. अब इस कांग्रेस का क्या कहें-दिल के टुकड़े हजार हुए, कोई इधर गिरा, कोई उधर गिरा. बाकी अध्यक्ष पद उनका मामला है.
समर्थकों ने दी इस्तीफे धमकी
दतिया के कांग्रेस नेता अशोक दांगी ने तो खुलकर यह धमकी दी कि अगर सिंधिया को प्रदेश अध्यक्ष नहीं बनाया जाता है तो वे 5 सौ कार्यकर्ताओं के साथ इस्तीफा दे देंगे. प्रदेश में कांग्रेस की सरकार बनने में एक चमत्कारी एवं करिश्माई व्यक्तित्व की कड़ी मेहनत एवं अथक परिश्रम है तो वह ज्योतिरादित्य सिंधिया हैं. उन्होंने कहा कि प्रदेश में कांग्रेस सरकार बनने में सराहनीय योगदान को कांग्रेस नेतृत्व को नहीं भूलना चाहिए. अगर उन्हें प्रदेश की राजनीति से दूर किया जाता है तो मैं कार्यकारी अध्यक्ष जिला कांग्रेस कमेटी एवं जिला पंचायत सदस्य 500 निष्ठावान कार्यकर्ताओं के साथ के साथ दे देंगे.
सिंधिया समर्थकों ने किया प्रदर्शन
प्रदेश अध्यक्ष पद के लिए सिंधिया द्वारा दावेदारी करने और उनकी नाराजगी की खबरें जब राजधानी भोपाल पहुंची तो सिंधिया समर्थकों ने प्रदेश कांग्रेस कार्यालय पहुंचकर प्रदर्शन तक कर दिया. सिंधिया को प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष बनाने की मांग को लेकर भोपाल जिला कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष कृष्णा घाडगे के साथ बड़ी संख्या में सिंधिया समर्थक प्रदेश कांग्रेस कार्यालय पहुंचे और जमकर नारेबाजी करते हुए सिंधिया को प्रदेश अध्यक्ष बनाए जाने की मांग करते रहे.