हाइड्रोक्सीक्लोरोक्वीन मलेरिया के इलाज के लिए इस्तेमाल होने वाली दवा है. इस दवा का सबसे बड़ा केंद्र भारत है. कोरोना वायरस संकट के बीच यह दवा चर्चा का विषय बनी हुई है. दरअसल कोरोना के इलाज के लिए कोई स्थायी दवा या वैक्सीन नहीं है. हालांकि कोरोना के कुछ मरीजों के इलाज में इस दवा के असर दिखाई दिए हैं. कई अध्ययन दावा करते हैं कि इसके अधिक सेवन से कई स्वास्थ्य समस्याएं हो सकती हैं और इसे चिकित्सक के परामर्श पर लेना चाहिए. Read More
यह अभी तक ज्ञात नहीं है कि पाकिस्तान ने दवा खरीदने की बात की है या नहीं। सूत्रों के अनुसार भारत ज़ाम्बिया, डोमिनिकन गणराज्य, मडागास्कर, युगांडा, बुर्किना फ़ासो, नाइजर, माली, कांगो, मिस्र, आर्मेनिया, कज़ाकिस्तान, इक्वाडोर, जमैका, सीरिया, यूक्रेन, चाड, ...
दुनिया कोरोना वायरस का इलाज खोजने में लगी हैं. भारत में कोविड 19 के इलाज के लिए 40 से अधिक संभावित दवाओं पर काम चल रहा है लेकिन किसी भी मामले में अभी तक ठोस कामयाबी नहीं मिली है. दुनिया की तरह भारत में भी कोविड 19 से निपटने के लिए अलग-अलग चिकित्सा पद ...
अहंकारी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प को सार्वजनिक रूप से भारत का एहसान मानकर धन्यवाद देना पड़ा. वह भी उस कुनैन (हाइड्रोक्लोरोक्वीन) की अधिकाधिक सप्लाई के लिए, जिसे बचपन में हमें मलेरिया बुखार में खाने को दी जाती थी और बहुत सस्ती या सरकारी विभाग से मुफ्त ...