उम्मीद की जानी चाहिए कि अब दोनों ओर से इस तरह की कोशिश हो कि विवाद सुलझ जाए। किसानों का काम आंदोलन करना नहीं, खेती करना है, और सरकार का काम भी दमन करना नहीं, जनता के हित में शासन चलाना है। ...
भाजपा को उम्मीद है कि कृषि कानून वापस लेने वाले फैसले के बाद किसान आंदोलन के प्रभाव वाले इलाकों में उसे एक बार फिर खोई हुई जमीन प्राप्त करने का मौका मिलेगा. ...
किसान नेता पहले घोषित एजेंडे पर अडिग हैं कि उनका विरोध तब तक जारी रहेगा जब तक कि न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) के लिए कानूनी समर्थन नहीं मिल जाता है और कृषि कानूनों को संसद में संवैधानिक तरीके से निरस्त नहीं किया जाता है। ...
यदि कृषि-कानूनों के बारे में यह सावधानी बरती जाती तो सरकार को आज यह शीर्षासन नहीं करना पड़ता लेकिन यह शीर्षासन इस सरकार के भविष्य के लिए बहुत शुभ और सार्थक सिद्ध हो सकता है। ...
इस बैठक में किसान आंदोलन की आगे की रणनीतियों पर चर्चा हो सकती है। किसान नेता राकेश टिकैत पीएम के ऐलान के बाद यह पहले ही स्पष्ट कर दिया है कि आंदोलन तत्काल रूप से बंद नहीं किया जाएगा। ...