अश्विन मास के शुक्ल पक्ष की दशमी को हर साल देशभर में दशहरा मनाया जाता है। बुराई पर अच्छाई की जीत का संकेत लिए ये त्योहार भगवान श्री राम का कहानी को बताता है जिन्होंने लंका में चले लगातार 9 दिनों तक हुए युद्ध में घमंडी रावण को मार गिराया था। देश के अलग-अलग हिस्सों में इसे मनाने के अलग अंदाज भी विकसित हुए हैं। जहां कुल्लू का दशहरा देश भर में काफी प्रसिद्ध है तो वहीं मैसूर के दशहरे को देखने के लिए भी लोग दूर-दूर से आते हैं। इसके अलावा पश्चिम बंगाल, त्रिपुरा सहित कई राज्यों में दुर्गा पूजा को भी इस दिन बड़े पैमाने पर मनाया जाता है। Read More
Maharashtra Vijayadashami: बीड़ में ही नारायणगढ़ में मराठा आरक्षण आंदोलन के नेता मनोज जरांगे का सम्मेलन उनकी भविष्य की योजनाओं को जानने का जरिया बन चुका है. ...
Ravan Dahan 2025: विजयदशमी का त्योहार बृहस्पतिवार को पारंपरिक उत्साह के साथ मनाया गया जहां लोगों ने कड़ी सुरक्षा के बीच रावण, कुंभकरण और मेघनाद के पुतले जलाए। ...
विजयादशमी (दशहरा) के दिन सुबह-सुबह मंदिर खुलते ही रावण की पूजा-अर्चना और आरती करने के लिए भक्तों की लंबी कतारें लग जाती हैं। शाम की पूजा और आरती के बाद, 'दशानन मंदिर' एक बार फिर बंद कर दिया जाता है और अगले साल के दशहरा उत्सव तक नहीं खुलता। ...
Dussehra 2025: विजयदशमी नवरात्रि के समापन का प्रतीक है, जिसे पूरे भारत में पारंपरिक उत्सवों के साथ मनाया जाता है। जानिए, हर क्षेत्र में क्या-क्या मनाया जाता है। ...