हिन्दू धर्म में दीपावली से दो दिन पहले धनतेरस का त्यौहार मनाया जाता है। इसे भगवान धन्वन्तरि के जन्मोत्सव के रूप में मनाया जाता है। यह पर्व हिन्दू कैलेंडर के अनुसार हर साल कार्तिक मास के कृष्ण पक्ष की त्रयोदशी तिथि को पड़ता है। हिन्दू धर्म के अलावा जैन धर्म के लोग इस पर्व को 'ध्यान तेरस' के रूप में मनाते हैं। कहते हैं कि इस दिन भगवान महावीर तीसरे और चौथे ध्यान में जाने के लिए योग निरोध के लिए चले गए थे। इस दिन को भगवान कुबेर और धन की देवी मां लक्ष्मी की अराधना से भी जोड़ा जाता है। इनकी पूजा कर धनवान बनाने के लिए प्रार्थना की जाती है। Read More
वर्ष 2020 में काफी कुछ परिवर्तन देखने को मिला। ज्योतिष के नजरिए से यह वर्ष काफी महत्वपूर्ण रहा है। इसी के चलते पांच दिवसीय दीपोत्सव इस साल 5 दिन के स्थान पर 4 दिन का होगा। ...
धनतेरस का पर्व कार्तिक कृष्ण पक्ष की त्रयोदशी तिथि को मनाया जाता है. धनतेरस का दिन अत्यंत शुभ माना जाता है. इस दिन कुछ नया खरीदने की परंपरा है. खासतौर पर विशेषकर पीतल और चांदी के बर्तन खरीदने की. धनतेरस के दिन सोना खरीदना सबसे ज्यादा शुभ माना जाता है ...
Bhai Dooj Story in Hindi: हिन्दू धर्म में भाई-बहन का रिश्ता सबसे पवित्र रिश्ता माना जाता है। इसी रिश्ते की डोर को और मजबूत बनाने के लिए हर साल भाई-बहन का पर्व भाई दूज बड़े उल्लास के साथ मनाया जाता है। ...
Somvati Amavasya: सोमवती अमावस्या को अश्वत्थ प्रदक्षिणा व्रत भी कहा जाता है। अश्वत्थ का मतलब होता है कि पीपल का पेड़ और प्रदक्षिणा मतलब परिक्रमा। भारत में इस तिथि पर महिलाएं पीपल के पेड़ या तुलसी के पौधे की पूजा करती हैं। ...
व्यापारियों के संगठन कैट के मुताबिक, इस साल धनतेरस में शाम तक करीब 6,000 किलो सोना बिकने का अनुमान है। इसका मूल्य 2,500 करोड़ रुपये के आसपास है। पिछले साल धनतेरस पर 17,000 किलो सोने की बिक्री हुई थी। इसका मूल्य 5,500 करोड़ रुपये था। ...
Dhanteras 2019: माना जाता है कि विधि विधान से पूजा करने से तेरह गुना लाभ मिलता है। वहीं, जरूरतमंदों को दान करने से पुण्यलाभ होता है। माना जाता है कि धनतेरस पर ये सावधानियां बरतने से माता लक्ष्मी की कृपा बरसती है। ...
पंचांग के अनुसार इस बार अमावस्या तिथि रविवार 12:23 बजे शुरू होकर सोमवार सुबह 09:08 बजे तक है। इसलिए इस बार सोमवार का महत्व बढ़ गया है। इसलिए इस बार साधकों और व्रतधारियों के लिए यह पर्व बहुत की शुभ है। ...