Citizenship amendment act caa protest, Latest Hindi News
12 दिसंबर 2019 को भारत सरकार द्वारा नागरिकता अधिनियम का अधिनियम अधिनियम के खिलाफ भारत और विदेश में व्यापक रूप से चल रहे विरोध प्रदर्शनों और राष्ट्रीय प्रस्तावों को लागू करने के लिए संबद्ध प्रस्तावों को ट्रिगर किया गया। Read More
रोहित की मां राधिका वेमुला, “दादियों” और जेएनयू के पूर्व छात्र उमर खालिद ने राष्ट्रीय ध्वज फहराया। उन्होंने गणतंत्र दिवस मनाने के लिए शाहीनबाग में जमा हुए बच्चों एवं महिलाओं सहित लोगों के साथ राष्ट्रगान गाया। ...
असम में 10 मिनट के अंतराल पर चार बम विस्फोट हुए जिसकी जिम्मेदारी उल्फा (आई) ने ली। समारोह पूरे देश में कड़ी सुरक्षा के बीच आयोजित हुए। सीएए विरोधी प्रदर्शनकारियों ने कई स्थान पर तिरंगा फहराया और मानव श्रृंखला बनाकर ‘संविधान की रक्षा’ का संकल्प लिया। ...
शाह ने विभिन्न मुद्दों पर आप सुप्रीमो अरविंद केजरीवाल और कांग्रेस नेता राहुल गांधी सहित कई विपक्षी नेताओं पर हमला करते हुए कहा कि केवल प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ही देश की सुरक्षा सुनिश्चित कर सकते हैं। ...
जबलपुर के कलेक्टर भरत यादव ने बताया कि शहर के गाजी बाग गोहलपुर मैदान में कुछ महिलाएं अपने बच्चों के साथ धरने पर बैठी हुई है। धरना प्रदर्शन की उन्हें 25 जनवरी तक अनुमति थी। यह धरना प्रदर्शन सीएए के विरोध में किया जा रहा था। ...
ईयू संसद सीएए के खिलाफ कुछ सदस्यों द्वारा पेश किए गए प्रस्ताव पर बहस और मतदान करेगी। संसद में इस सप्ताह की शुरुआत में यूरोपियन यूनाइटेड लेफ्ट/नॉर्डिक ग्रीन लेफ्ट (जीयूई/एनजीएल) समूह ने प्रस्ताव पेश किया था जिस पर बुधवार को बहस होगी और इसके एक दिन बाद ...
सभी लातिन गिरजाघर के पादरियों ने इस कानून के खिलाफ एक ‘पैस्टोरल लेटर’ पढ़ा और कहा कि यह कानून ‘‘असंवैधानिक’’ है और न केवल मुस्लिम समुदाय बल्कि पूरे देश को प्रभावित करता है। ...
चंद्रशेखर आजाद सीएए के साथ-साथ कई अन्य मुद्दों पर छात्रों को संबोधित करने वाले थे। उनका सार्वजनिक बैठक में संविधान की प्रस्तावना को पढ़ने की कार्यक्रम बताया जा रहा था। हालांकि उससे पहले ही पुलिस ने उन्हें हिरासत में ले लिया है। ...
दिग्विजय सिंह ने सीएए को असंवैधानिक बताते हुए कहा था कि अगर सुप्रीम कोर्ट ने भी इस कानून को संवैधानिक मान लिया तो यह देश की धर्मनिरपेक्षता के ताबूत में आखिरी कील होगी और उसके बाद देश में क्या हालात होंगे उसे हम नहीं समझ सकते ...