दिग्विजय सिंह ने अदनान सामी को पद्मश्री पुरस्कार के लिए दी बधाई, लेकिन मोदी सरकार पर उठाए इस वजह से सवाल
By रामदीप मिश्रा | Published: January 26, 2020 03:14 PM2020-01-26T15:14:32+5:302020-01-26T15:14:32+5:30
दिग्विजय सिंह ने सीएए को असंवैधानिक बताते हुए कहा था कि अगर सुप्रीम कोर्ट ने भी इस कानून को संवैधानिक मान लिया तो यह देश की धर्मनिरपेक्षता के ताबूत में आखिरी कील होगी और उसके बाद देश में क्या हालात होंगे उसे हम नहीं समझ सकते
पाकिस्तान में जन्मे और भारत की नागरिकता हासिल करने वाले गायक अदनान सामी को इस साल पद्मश्री पुरस्कार के लिए चुने जाने के लिए कांग्रेस के दिग्गज नेता दिग्विजय सिंह ने उन्हें बधाई दी। साथ ही साथ नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) को लेकर नरेंद्र मोदी सरकार पर हमला बोला है।
दिग्विजय सिंह ने ट्वीट करते हुए कहा, 'सभी पद्म पुरस्कार विजेताओं को बधाई। मुझे बहुत खुशी है कि प्रसिद्ध गायक एवं संगीतकार और पाकिस्तानी मुस्लिम आप्रवासी अदनान सामी को भी पद्मश्री दिया गया है। मैंने उन्हें भारतीय नागरिकता देने के लिए भारत सरकार से सिफारिश की थी। उन्हें मोदी सरकार द्वारा भारतीय नागरिकता प्रदान की गई थी।'
दिग्विजय सिंह ने सवाल उठाया, 'भारतीय नागरिकता पाने के लिए किसी भी धर्म के व्यक्ति को नागरिकता देने का पूर्ण अधिकार भारत सरकार के पास था। फिर सीएबी/सीएए क्यों? बस भारतीय राजनीति को और अधिक चमकाने के लिए। अगर पाकिस्तान, अफगानिस्तान और बांग्लादेश का प्रताड़ित मुस्लिम भारतीय नागरिकता चाहता हैं तो भारत सरकार क्या करेगी?'
GOI had full rights to give Citizenship to anyone from any religion who sought Indian Citizenship. Then why CAB/CAA? Just to polarise Indian Polity further. What would GOI do now if any Muslim of Eminence if prosecuted in Pak Afghanistan or Bangladesh seeks Indian Citizenship?
— digvijaya singh (@digvijaya_28) January 26, 2020
इससे पहले दिग्विजय सिंह ने सीएए को असंवैधानिक बताते हुए कहा था कि अगर सुप्रीम कोर्ट ने भी इस कानून को संवैधानिक मान लिया तो यह देश की धर्मनिरपेक्षता के ताबूत में आखिरी कील होगी और उसके बाद देश में क्या हालात होंगे उसे हम नहीं समझ सकते। इसके साथ ही उन्होंने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी एवं गृहमंत्री अमित शाह पर देश की एकता को बिगाड़ने का आरोप भी लगाया है।
सीएए, एनआरसी एवं एनपीआर पर चर्चा करते हुए दिग्विजय ने कहा था कि अनेकता में एकता ही इस देश की सबसे बड़ी शक्ति है, जिसे मोदी जी एवं अमित शाह जी अब बिगाड़ रहे हैं। जिस प्रकार आज (देश के) हालात हो रहे हैं, मैं कहना चाहता हूं कि मुझे बार-बार कहा जाता था कि दिग्विजय सिंह मुसलमान परस्त है। मैं न तो हिन्दू परस्त हूं और उन मुसलमान परस्त हूं। मैं देश परस्त हूं। मेरे लिए इस देश की अनेकता में एकता ही सबसे बड़ी ताकत है।
दिग्विजय ने बताया था कि ये भावना जब तक हम लोग कायम नहीं रखेंगे तब तक देश को नहीं बचा पाएंगे। उन्होंने कहा, ‘‘आज इस देश का मुसलमान घबराया हुआ है, डरा हुआ है, निराश है। निराश है व्यवस्था से, निराश है राजनीतिक दलों से, निराश है पुलिस से। एक आशा की किरण अभी ज्युडिशियरी (न्यायपालिका) बची हुई है।