अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी NASA के अनुसार ब्लैक होल अंतरिक्ष का वह हिस्सा है जहाँ का गुरुत्वाकर्षण कल्पनातीत है। ब्लैक होल के इस अतीव गुरुत्वाकर्षण के कारण कोई भी वस्तु या पिण्ड इससे बच नहीं पाता। प्रकाश (Light) भी ब्लैकहोल में प्रवेश करते ही विलुप्त हो जाता है। इसी वजह से ब्लैक होल बाहर से देखना में काला दिखता है। वैज्ञानिकों ने अप्रैल 2019 में पहली बार ब्लैकहोल की एक तस्वीर प्राप्त करने में सफलता हासिल की। यह तस्वीर इवेंट होराइजन टेलीस्कोप की मदद से ली गयी। Read More
नए साल के पहले दिन भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन यानी इसरो ने जो कुछ किया, उससे वे कुछ पुराने सवाल उठ सकते हैं कि आखिर ऐसे प्रयोगों से यह संगठन क्या हासिल करना चाहता है। ...
यूरोपियन सदर्न ऑब्जर्वेटरी के खगोलविद थॉमस रिविनिउस ने कहा कि यह ब्लैक होल धरती से करीब एक हजार प्रकाश वर्ष दूर है। एक प्रकाश वर्ष की दूरी साढ़े नौ हजार अरब किलोमीटर दूरी के बराबर होती है। लेकिन ब्रह्मांड, यहां तक कि आकाशगंगा के संदर्भ में, यह ब्लैक ...
इस प्रक्रिया को ज्वारीय विघटन (टाइडल डिसरप्शन) भी कहते हैं। इस विनाशकारी खगोलीय घटना को नासा के ग्रहीय खोज के लिए भेजे गए उपग्रह ट्रांजिटिंग एक्सोप्लैनेट सर्वे सैटेलाइट (टीईएसएस) और नील गेहरेल्स स्विफ्ट वेधशाला एवं अन्य संयंत्रों की मदद से पहली बार ब ...
ब्लैक होल की आकाश में स्थिति: सबसे पहले तो यह तय कर पाना आसान नहीं है कि ब्लैक होल कहाँ है? चूँकि यह प्रकाश को दबोच लेता है और हम किसी भी चीज को तब देख पाते हैं जब वह वस्तु प्रकाश को या तो उत्सर्जित करती है या परावर्तित करती है। ...