उत्तर प्रदेश के फैजाबाद जिले (अब अयोध्या) में स्थित बाबरी मस्जिद (विवादित ढांचा) को 6 दिसंबर, 1992 को गिरा दिया गया था। जानकारी के अनुसार 6 दिसंबर को करीब 1,50,000 कारसेवकों ने एक हिंसक रैली चलाई। इसमें मुंबई, वाराणसी से लेकर दिल्ली तक कारसेवकों ने हिस्सा लिया। नतीजतन भारत के कई प्रमुख शहरों में दंगे जैसे हालात बन गए थे। एक रिपोर्ट के अनुसार इन दंगों में 2,000 से अधिक लोग मारे गये। मामले में भारतीय जनता पार्टी के नेता लालकृष्ण आडवाणी, मुरली मनोहर जोशी, अटल बिहारी वाजपेयी, कल्याण सिंह समेत कई नेताओं को आरोपी बनाया गया था। बाद में इसमें न्यायमूर्ति मनमोहन सिंह लिब्राहन ने अपनी रिपोर्ट में 68 लोगों को दोषी माना, जिनमें ये सभी नाम थे। Read More
मंदिर के मुख्य पुजारी, आचार्य सत्येंद्र दास ने कहा, “हमारा विवाद बस उस ढांचे से था जो बाबर (मुगल शासक) के नाम से जुड़ा था। हमें अयोध्या में अन्य मस्जिदों एवं मकबरों से कोई दिक्कत कभी नहीं रही। यह वह नगरी है जहां हिंदू मु्स्लिम शांति से रहते हैं।” ...
देश और दुनिया की तमाम खबरों के अपडेट सहित कोरोना महामारी से जुड़ी हर जानकारी के लिए 23 जुलाई के इस Live Blog के साथ बने रह सकते हैं। भारत में कोरोना वायरस संक्रमण के मामले अब 12 लाख के पार हो गए हैं। वहीं, असम, बिहार के कई इलाकों में बाढ़ का भी कहर ज ...
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के राम मंदिर निर्माण के लिए पांच अगस्त को ‘भूमि पूजन’ के लिए अयोध्या जाने की संभावना है। शिवसेना ने कहा कि जिस दिन बाबरी मस्जिद गिराई गई थी, उस दिन विश्व ने कई “योद्धाओं’ के चेहरे डर से काले पड़ते देखे थे। शिवसेना ने दावा कि ...
बाबरी मस्जिद ढहाये जाने के मामले की सुनवायी कर रहे विशेष न्यायाधीश एस के यादव ने भाजपा नेता मुरली मनोहर जोशी के बयान दर्ज करने की तारीख 23 जुलाई तय की। ...
नेपाल के प्रधानमंत्री केपी ओली की ओर से असली अयोध्या नेपाल में होने की बात कहने पर सभी उनकी आलोचना कर रहे हैं। नेपाल में भी पीएम ओली घिर गए हैं। इन सबके बीच इकबार अंसारी ने भी केपी ओली पर निशाना साधा है। ...