भारती एयरटेल, जिसे पहले भारती टेलीवंचर उद्यम लिमिटेड (BTVL) के नाम से जाना जाता था, अब भारत की दूरसंचार व्यवसाय आॅपरेटरों की सबसे बड़ी कंपनी है जिसके जुलाई 2008 तक 69.4 करोड़ उपभोक्ता थे। यह फिक्स्ड लाइन सेवा तथा ब्रॉडबैंड सेवाएँ भी प्रदान करती हैं। यह अपनी दूरसंचार सेवाएँ एयरटेल के ब्रांड तले प्रदान करती है और इसका नेतृत्व सुनील मित्तल करते हैं। यह कंपनी १४ सर्किलों में डीएसएल पर टेलीफोन सेवा तथा इंटरनेट की पहुंच भी उपलब्ध कराती है। Read More
वोडाफोन आइडिया ने सिर्फ अनलिमिटेड डेटा एवं कॉलिंग की सुविधा वाले प्रीपेड प्लान की दरें बढ़ायी हैं। एयरटेल ने सीमित डेटा एवं कॉलिंग वाले प्लान की शुल्कों में भी संशोधन किया है। वोडाफोन आइडिया की विज्ञप्ति के मुताबिक उसने सर्वाधिक 41.2 प्रतिशत की वृद्ध ...
एयरटेल और जियो ने अपनी VoWiFi यानी वॉयस ओवर वाई-फाई सर्विस शुरू कर दी है। बता दें कि अभी तक 4जी यूजर्स VoLTE यानी वॉयस ओवर एलटीई के जरिए कॉलिंग कर पा रहे हैं। तो आइए जानते हैं क्या है VoWiFi और इसके जरिए कैसे होगी बिना नेटवर्क की कॉलिंग? ...
विभाग ने 13 नवंबर 2019 को जारी आदेश में कहा, ‘‘लाइसेंस रखने वालों की यह जवाबदेही है कि वे लाइसेंस समझौतों के तहत आकलन करने के बाद लाइसेंस शुल्क और अन्य बकाये का भुगतान करे।’’ ...
AGR issue: लाइसेंस शुल्क और स्पेक्ट्रम उपयोग शुल्क समेत भारती एयरटेल पर सर्वाधिक 42,000 करोड़ रुपये की देनदारी बनी। वहीं वोडाफोन-आइडिया पर यह 40,000 करोड़ रुपये, जियो को केवल 14 करोड़ रुपये के आसपास देना पड़ सकता है। ...
सस्ती दरों पर सेवाएं दे रही रिलायंस जियो ने कहा कि वह अगले कुछ सप्ताह में मोबाइल सेवाओं की दरें बढ़ाने वाली है। एक ही दिन पहले सोमवार को भारती एयरटेल और वोडाफोन आइडिया ने कहा था कि वे दिसंबर से मोबाइल सेवाओं की दरें बढ़ाने वाली हैं। ...
आंकड़ों के अनुसार, सितंबर तक घरेलू दूरसंचार बाजार में वोडाफोन आइडिया 31.73 प्रतिशत हिस्सेदारी के साथ शीर्ष पर रही। इसके बाद जियो के पास 30.26 प्रतिशत और भारती एयरटेल के पास 27.74 प्रतिशत हिस्सेदारी रही। ...
दूरसंचार क्षेत्र में गलाकाट प्रतिस्पर्धा के बीच एयरटेल और वोडाफोन-आइडिया के बाद रिलायंस जियो ने भी मोबाइल सेवाओं की दरें बढ़ाने की घोषणा की है। कंपनियों का यह निर्णय आम उपभोक्तओं की जेब पर भारी पड़ सकता है जबकि जियो ने कहा है कि वह दर में वृद्धि इस त ...
एयरटेल ने बयान में कहा कि दूरसंचार क्षेत्र में तेजी से बदलती प्रौद्योगिकी के साथ काफी पूंजी की आवश्यकता होती है। इसमें लगातार निवेश की जरूरत होती है। इस कारण यह बहुत जरूरी है कि डिजिटल इंडिया के विचार का समर्थन करने के लिए उद्योग को व्यवहारिक बनाये र ...