चंड़ीगढ़: पंजाब विजिलेंस (Punjab Vigilance) ने राज्य के पूर्व डिप्टी सीएम ओपी सोनी रविवार को गिरफ्तार कर लिए गए है। सोनी पंजाबकांग्रेस के बड़े नेता हैं और उन पर स्रोतों से अधिक संपत्ति अर्जित करने कै आरोप लगा है जिसके तहत उनकी गिरफ्तारी हुई है।
ऐसे में सोनी को अब 10 जुलाई को कोर्ट में पेश किया जाएगा। बता दें कि पंजाब के सीएम भगवंत मान के आदेश पर भ्रष्टाचार के खिलाफ चल रहे अभियान के बीच सोनी के गिरफ्तारी हुई है। सोनी के खिलाफ पंजाब के अमृसर में एफआईआर दर्ज की गई है।
क्या है पूरा मामला
बता दें कि पंजाब के पूर्व डिप्टी सीएम ओपी सोनी पर साल 2016 से 2022 के बीच आय के ज्ञात स्रोतों से अधिक संपत्ति अर्जित करने का आरोप लगा है। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, मामले में बोलते हुए विजिलेंस ब्यूरो के एक आधिकारिक प्रवक्ता ने बताया है कि कांग्रेस नेता सोनी के खिलाफ अमृतसर के पुलिस स्टेशन विजिलेंस ब्यूरो रेंज में एक प्राथमिकी दर्ज की गई है। यह एफआईआर 10 अक्टूबर की दर्ज की गई है।
उन पर भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम की धारा 13 (1) (बी) और 13 (2) के तहत केस दर्ज किया गया है। रिपोर्ट के अनुसार, 1 अप्रैल 2016 से 31 मार्च 2022 के बीच पूर्व डिप्टी सीएम सोनी और उनके परिवार की आय 4.52 करोड़ रुपए थी जबकि उनका खर्च 12.48 करोड़ था।
मान सरकार की कांग्रेस नेताओं पर जारी है कार्रवाई
सोनी कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं में से एक हैं। वे मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी की सरकार के दौरान उपमुख्यमंत्री का पद भी संभाला था। यही नहीं वे कैप्टन की सरकार में कैबिनेट मंत्री भी रह चुके है। बता दें कि सोनी अमृतसर से पांच बार चुनाव जीत भी चुके है।
गौर करने वाली बात यह है कि केवल सोनी ही नहीं है जिन पर कार्रवाई की गई है बल्कि इससे पहले भारत भूषण आशु, साधु सिंह धर्मसोत और सुंदर शाम अरोड़ा पर भी कार्रवाई हुई है और ये सभी कांग्रेस नेता फिलहाल पुलिस की हिरासत में है।