नई दिल्लीः उपराष्ट्रपति एम वेंकैया नायडू ने कहा कि आज बहन की बहुत याद आ रही है। आज देश भर में रक्षा बंधन का त्योहार मनाया जा रहा है। एम वेंकैया नायडू को सुषमा स्वराज भाई मानती थीं। पिछले साल 6 अगस्त को उनका निधन हो गया।
आज रक्षा बंधन पर उपराष्ट्रपति एम वेंकैया नायडू ने ट्वीट कर कहा कि बहन की याद आ रही है। बहन सुषमा जी, आज रक्षाबंधन पर आपकी बड़ी याद आयी...। सुषमा का जन्म अंबाला में हुआ था। वह हिन्दी एवं अंग्रेजी की असाधारण वक्ता थीं जो श्रोताओं पर गहरा प्रभाव छोड़ती थीं। नायडू ने कहा कि वह ‘‘मेरी छोटी बहन’’ के समान थीं और उन्हें सदैव ‘‘अन्ना’’ कहकर बुलाती थीं। वह हर रक्षाबंधन पर उन्हें राखी बांधती थीं।
नायडू ने कहा कि उपराष्ट्रपति बनने के बाद उन्होंने कहा था कि ‘‘इस बार आप मेरे घर पर राखी बंधवाने नहीं आइयेगा, क्योंकि यह उपयुक्त नहीं होगा। मैं आपके घर राखी बांधने आऊंगी।’’ नायडू ने कहा कि वह इस वर्ष रक्षाबंधन पर उनकी कमी बहुत महसूस किया।
नायडू ने कहा कि उनका अंतिम सार्वजनिक संदेश था, ‘‘मैं अपने जीवन में इस दिन को देखने की प्रतीक्षा कर रही थी।’’ इस संदेश से देश की एकता और संविधान के प्रति उनकी दृढ़ प्रतिबद्धता के बारे में पता चलता है। दिवंगत नेता का यह संदेश जम्मू कश्मीर से अनुच्छेद 370 की अधिकतर धाराएं समाप्त करने संबंधी संकल्प के संसद में पारित होने के संदर्भ में था।
माताओं, बहनों व बेटियों की सुरक्षा, सम्मान और उनका सशक्तिकरण सभी का दायित्व है
रक्षा बंधन को समाज में बंधुत्व की भावना का प्रतीक बताते हुए उपराष्ट्रपति ने कहा कि माताओं, बहनों व बेटियों की सुरक्षा, सम्मान और उनका सशक्तिकरण सभी का दायित्व है। उन्होंने ट्वीट कर कहा, ‘‘रक्षा बंधन के पावन अवसर पर देशवासियों को हार्दिक शुभकामनाएं! राखी भाई बहन के पवित्र स्नेह का प्रतीक है जो नारी की गरिमा और सम्मान की रक्षा की अपेक्षा भी करती है।
परिवार और समाज में माताओं, बहनों और बेटियों की सुरक्षा, सम्मान और उनका सशक्तिकरण सभी का दायित्व है।’’ उन्होंने इस अवसर पर लोगों से अपील की कि वे कोरोना महामारी के इस दौर में परस्पर सहिष्णुता, संक्रमण से प्रभावित लोगों और उनके परिजनों के प्रति सहानुभूति और सहायता का भाव रखें।
साथ ही उन्होंने बंदी के कारण प्रभावित हुए श्रमिक भाइयों को हर संभव मदद करने का भी अनुरोध किया। उन्होंने कहा, ‘‘यही इस रक्षाबंधन को सार्थक बनाएगी।’’ श्रावण मास की पूर्णिमा में हर साल मनाया जाने वाला यह पर्व बहन-भाई के प्यार और पवित्र रिश्ते को और गहरा करता है।
रक्षा बंधन पर मोदी ने लता से कहा - करोड़ों माताओं, बहनों के आशीर्वाद से देश नित नयी ऊंचाइयां छूएगा
सुर साम्राज्ञी लता मंगेशकर ने रक्षा बंधन के अवसर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से देश को और ऊंचाइयों पर ले जाने का वादा मांगा, जिसके जवाब में प्रधानमंत्री ने कहा कि करोड़ों माताओं एवं बहनों के आशीर्वाद से देश नित नयी ऊंचाइयां छूएगा और नयी सफलताएं प्राप्त करेगा। कोराना वायरस महामारी के कारण राखी नहीं भेज पाने का दर्द बयां करते हुए लता मंगेशकर ने प्रधानमंत्री को ट्वीट कर रक्षा बंधन की शुभकामनाएं दी और एक वीडियो साझा किया।
प्रधानमंत्री के साथ अपनी कुछ पुरानी तस्वीरों को वीडियो के रुप में प्रस्तुत कर उन्होंने अपना संदेश भेजा। लता ने कहा, ‘‘नरेंद्र भाई, आज राखी के शुभ अवसर पर मैं आपको प्रणाम करती हूं। राखी तो मैं आपको भेज नहीं सकी और उसकी वजह सारी दुनिया जानती है।’’ प्रधानमंत्री मोदी के कार्यों की सराहना करते हुए लता ने कहा कि आपने देश के लिए इतना काम किया है और इतनी अच्छी चीजें की हैं कि देशवासी कभी भूल नहीं सकते।
उन्होंने कहा, ‘‘आज भारत की लाखों-करोड़ों औरतों के हाथ उन्हें राखी बांधने के लिए आगे हैं, लेकिन राखी बांधना मुश्किल है। पर आप समझ सकते हैं। और अगर हो सके तो आप राखी के दिन हमसे वादा कीजिए कि आप भारत को और ऊंचा ले जाएंगे। नमस्कार।’’
लता मंगेशकर के संदेश के जवाब में प्रधानमंत्री ने ट्वीट कर कहा कि ‘‘दीदी आपका भावपूर्ण संदेश’’ असीम प्रेरणा और ऊर्जा देने वाला है। मोदी ने कहा, ‘‘करोड़ों माताओं-बहनों के आशीर्वाद से हमारा देश नित नई ऊंचाइयों को छूएगा, नयी-नयी सफलताएं प्राप्त करेगा। आप स्वस्थ रहें और दीर्घायु हों, ईश्वर से मेरी यही प्रार्थना है।’’