मुंबई: महाराष्ट्र में मराठा आरक्षण की मांग काफी लंबे समय से की जा रही है लेकिन इसका कोई स्थायी समाधान नहीं निकल रहा है। इस बीच, महाराष्ट्रकांग्रेस प्रमुख नाना पटोले ने बड़ा ऐलान करते हुए कहा कि अगर कांग्रेस पार्टी सत्ता में आती है तो सबसे पुरानी पार्टी जाति जनगणना के आधार पर राज्य में मराठा आरक्षण प्रदान करेगी।
नाना पटोले ने एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा, ''अगर हमारी सरकार महाराष्ट्र में सत्ता में आती है, तो हम जाति जनगणना के आधार पर मराठा आरक्षण प्रदान करेंगे।''
उन्होंने आरोप लगाया कि केंद्र और महाराष्ट्र सरकार इन मुद्दों का समाधान करने को तैयार नहीं हैं। अगर कांग्रेस केंद्र और महाराष्ट्र में सत्ता में आती है, तो हम निश्चित रूप से इन लंबित मुद्दों को हल करेंगे। हमारे नेता राहुल गांधी की जाति जनगणना की मांग इन मुद्दों की जड़ तक पहुंचने और समाधान निकालने के हमारे संकल्प के अनुरूप है।
नाना पटोले ने एकनाथ शिंदे सरकार को घेरते हुए उन किसानों के प्रति उदासीन होने का भी आरोप लगाया, जिन्होंने अनियमित बारिश के कारण अपनी फसलें खो दीं। कांग्रेस नेता ने कहा, "राज्य में औद्योगिक निवेश घट रहा है।
हर बार जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी महाराष्ट्र का दौरा करते हैं, तो वह गुजरात के लिए निवेश के कुछ अवसर ले जाते हैं, जिससे राज्य सरकार के राजस्व पर असर पड़ा है।"
गौरतलब है कि महाराष्ट्र में कार्यकर्ता मनोज जारांगे के नेतृत्व में मराठा समुदाय द्वारा विरोध प्रदर्शन देखा जा रहा है, जो ओबीसी श्रेणी के तहत सरकारी नौकरियों और शिक्षा में आरक्षण की मांग कर रहे हैं। महाराष्ट्र के नवी मुंबई में एक सार्वजनिक बैठक को संबोधित करते हुए मराठा आरक्षण कार्यकर्ता जारांगे पाटिल ने जोर देकर कहा कि हम अपना उचित आरक्षण चाहते हैं, और हम इसे प्राप्त करेंगे।
उन्होंने कहा, "मराठी लोग कई सालों से मराठा आरक्षण के लिए लड़ रहे हैं। हम अपना वाजिब आरक्षण चाहते हैं और हम इसे हासिल करेंगे। आरक्षण के लिए कई समितियां बनीं, लेकिन कोई भी मराठा समुदाय को न्याय नहीं दे सका।"
कोटा कार्यकर्ता मनोज जारांगे के 25 अक्टूबर को अनिश्चितकालीन भूख हड़ताल पर बैठने के बाद मराठा समुदाय के आंदोलन ने गति पकड़ ली।