त्रियोग नारायण तिवारी, अयोध्या
Deepotsav celebrations in Ayodhya: उत्तर प्रदेश के अयोध्या में 'दीपोत्सव' समारोह जारी है। इसी दौरान आतिशबाज़ी की गई। इस बीच राम की पौड़ी में 24 लाख दीये जलाकर रिकॉर्ड बनाया गया। दीपावली की पूर्व संध्या अयोध्या में दीपोत्सव समारोह जारी है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, राज्यपाल आनंदीबेन पटेल इस समय अयोध्या में हैं।
अयोध्या में दीपोत्सव की शुरुआत 2017 में योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में भाजपा सरकार के गठन के साथ हुई थी। उस वर्ष (2017 में) 51,000 दीयों से शुरुआत होने के बाद, 2019 में यह संख्या 4.10 लाख, 2020 में 6 लाख से अधिक और 2021 में 9 लाख से अधिक हो गई, जिसने गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाया। इसके बाद, 2022 में राम की पैड़ी के घाटों पर 17 लाख से अधिक दीये प्रज्वलित किये गए।
लेकिन गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड्स ने केवल उन दीयों की गिनती की, जो पांच मिनट या उससे अधिक समय तक प्रज्वलित रहे और यह रिकॉर्ड 15.76 लाख दीयों का है। पिछले साल अक्टूबर में हुए दीपोत्सव में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी मुख्य अतिथि थे। इस साल का आयोजन विशेष होगा क्योंकि अयोध्या में राम मंदिर का निर्माण कार्य जोर-शोर से जारी है।
अयोध्या में पुष्पक विमान से पहुंचे प्रतीकात्मक भगवान राम, माता सीता और लक्ष्मण
प्रतीकात्मक भगवान राम, माता सीता और लक्ष्मण 14 वर्ष के वनवास के बाद पुष्पक विमान से शनिवार को अयोध्या पहुंचे, जहां मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, राज्यपाल आनंदीबेन पटेल तथा उप मुख्यमंत्री बृजेश पाठक ने उनका स्वागत किया। शनिवार को जारी एक आधिकारिक बयान के अनुसार, भरत और शत्रुघ्न ने गले लगाकर भगवान राम और लक्ष्मण का स्वागत किया।
हेलीपैड से भगवान राम, अपने तीनों भाई, माता जानकी, हनुमान और गुरु वशिष्ठ के साथ रथ पर सवार होकर रामकथा पार्क स्थित कार्यक्रम स्थल की ओर बढ़े। बयान के अनुसार, भगवान राम जिस रथ पर माता सीता और अपने भाइयों के साथ सवार थे, उसे प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, राज्यपाल आनंदी बेन पटेल और उप मुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक खींच रहे थे।
राज्य सरकार के एक प्रवक्ता ने बताया कि राज्यपाल और मुख्यमंत्री के अलावा मंत्री जयवीर सिंह, राकेश सचान, मुख्य सचिव दुर्गा शंकर मिश्र ने आरती उतारकर भगवान राम, माता सीता, लक्ष्मण, गुरु वशिष्ठ और हनुमान का अभिनंदन किया। इसके बाद, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भगवान राम का प्रतीकात्मक राज्याभिषेक भी किया।
बयान के अनुसार, मुख्यमंत्री ने कार्यक्रम में शामिल हुए साधु संतों का भी स्वागत किया। उन्होंने महंत नृत्य गोपाल दास को ‘शॉल’ ओढ़ाकर उनसे आशीर्वाद प्राप्त किया। वहीं, राज्यपाल और मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर अयोध्या के दीपोत्सव पर आधारित ‘कॉफी टेबल बुक’ का विमोचन किया।
भगवान राम की जन्मभूमि अयोध्या में अगले साल जनवरी में होने वाले प्राण प्रतिष्ठा समारोह से पहले दिवाली के मौके पर राम मंदिर को पूरे जोर-शोर के साथ सजाया जा रहा है। दीपोत्सव और दिवाली मनाने के लिए मंदिर को फूलों समेत भव्य रूप से सजाया जा रहा है। राम मंदिर में राम लला का प्राण प्रतिष्ठा समारोह 22 जनवरी, 2024 को आयोजित किया जाएगा।
22 जनवरी को प्राण प्रतिष्ठा समारोह में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी, उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के अलावा देशभर से हजारों साधु-संतों को आमंत्रित किया गया है। राम मंदिर के खंभों को राज्यों के अलग-अलग हिस्सों से आए कारीगरों द्वारा अलग-अलग डिजाइन से तराशा जा रहा है।