Rajya Sabha Election 2024: बिहार के सभी 6 उम्मीदवार राज्यसभा के लिए निर्विरोध निर्वाचित हो गए। राज्यसभा के लिए बिहार से भाजपा के दो, राजद के दो, जदयू के एक और कांग्रेस से एक उम्मीदवार चुनाव मैदान में थे। किसी अन्य उम्मीदवार के द्वारा नामांकन नहीं किए जाने के फलस्वरूप मतदान की नौबत नहीं आई और सभी को निर्विरोध निर्वाचित घोषित कर दिया गया। निर्विरोध निर्वाचित होने के बाद सभी उम्मीदवार विधानसभा पहुंचे और जीत का सर्टिफिकेट हासिल किया। निर्विरोध निर्वाचित होने के बाद जदयू नेता संजय कुमार झा ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से मुलाकात की और उनका आभार जताया। वहीं राज्यसभा के लिए राजद कोटे से निर्वाचित सांसद मनोज झा ने कहा कि हमारी और संजय यादव की जोड़ी निर्वाचित घोषित हुई है।
हमारी पूरी कोशिश है कि जो कई लहर चल रही है, इस लहर के बीच हम अपनी पार्टी जनता की बातों को रखेंगे। लगातार दूसरी बार पार्टी द्वारा मौका दिए जाने पर मनोज झा ने कहा कि इसके लिए मैं लालू प्रसाद, राबड़ी जी और तेजस्वी यादव को धन्यवाद देता हूं कि उन्होंने मुझ पर भरोसा जताया है। संसद में मेरी कोशिश होगी कि देश में फैल रही काली शक्तियों को रोक सकूं।
वहीं, राज्यसभा के लिए नवनिर्वाचित होने के बाद संजय यादव ने कहा कि राष्ट्रीय अध्यक्ष और तेजस्वी यादव जी का शुक्रिया। उन्होंने कहा कि सदन में मेरी कोशिश होगी कि बिहार से जुड़े मुद्दों को उठाऊं और उनका समाधान करा सकूं। इस दौरान तेजस्वी यादव की जनविश्वास यात्रा की जिक्र करते हुए संजय यादव ने कहा कि आज जिस तरीके से तेजस्वी यादव के सभा में भीड़ आई है, इससे आप आगे बिहार की स्थिति का आकलन कर सकते हैं। उल्लेखनीय है कि राज्यसभा में खाली हुई बिहार की 6 सीटों पर भाजपा की तरफ से भीम सिंह और धर्मशीला गुप्ता ने नामांकन दाखिल किया था।
जबकि जदयू से संजय झा को राज्यसभा के लिए उम्मीदवार बनाया गया था। वहीं राष्ट्रीय जनता दल से मनोज झा और तेजस्वी के करीबी संजय यादव के अलावा कांग्रेस से अखिलेश प्रसाद सिंह ने नामांकन दाखिल किया था। सभी को जीत का सर्टिफिकेट प्रदान कर दिया गया है।
वैष्णव और बीजद के दो नेता राज्यसभा के लिए निर्विरोध निर्वाचित हुए
केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव एवं बीजू जनता दल (बीजद) के देबाशीष सामंतराय और सुभाशीष खुंटिया मंगलवार को ओडिशा से राज्यसभा के लिए निर्विरोध निर्वाचित हुए। निर्वाचन अधिकारी अबनिकांता पटनायक ने आज दोपहर नामांकन वापस लेने की समयसीमा बीत जाने के बाद निर्वाचित व्यक्तियों के नामों की घोषणा की।
भाजपा प्रत्याशी और रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ओड़िशा के सत्तारूढ़ दल बीजद के समर्थन से राज्यसभा के लिए फिर से निर्वाचित हुए हैं। वैष्णव ने नामांकन दर्ज करने के आखिरी दिन 15 फरवरी को अपना पर्चा जमा किया था जबकि दो बीजद प्रत्याशियों ने 13 फरवरी को नामांकन पत्र भरा था। वैसे तो बीजद के पास इस साल अप्रैल में (ओडिशा से) खाली हो रही सभी तीन राज्यसभा सीट जीतने के लिए पर्याप्त संख्या बल था लेकिन उसने भाजपा के उम्मीदवार वैष्णव के लिए एक सीट छोड़ते हुए केवल दो प्रत्याशियों को ही चुनाव मैदान में उतारने का मन बनाया।
नवीन पटनायक की अगुवाई वाले बीजद ने ‘राज्य के रेलवे एवं दूरसंचार विकास के व्यापक हित में’ वैष्णव का समर्थन करने का एलान किया था। 2019 में भी पटनायक ने वैष्णव का समर्थन किया था जब वह पहली बार राज्यसभा के लिए निर्वाचित हुए थे। निर्वाचन अधिकारी ने कहा कि चूंकि इन्हीं तीनों उम्मीदवारों ने ही खाली हो रही तीन सीट के लिए अपना नामांकन पत्र भरा था।
इसलिए चुनाव की जरूरत ही नहीं पड़ी। तीन राज्यसभा सदस्यों-- वैष्णव तथा बीजद के प्रशांत नंदा और अमर पटनायक का कार्यकाल इस साल अप्रैल में पूरा हो जाएगा। यह चुनाव प्रक्रिया इन्हीं रिक्तियों को भरने के लिए की गयी।