QS World Universities Ranking: वैश्विक क्यूएस विश्वविद्यालय रैंकिंग जारी कर दी गई है। जेएनयू भारत का सर्वोच्च रैंक वाला विश्वविद्यालय है और विकास अध्ययन के लिए वैश्विक स्तर पर 20वां स्थान मिला है। व्यवसाय और प्रबंधन अध्ययन के लिए आईआईएम-अहमदाबाद दुनिया भर के शीर्ष 25 संस्थानों में शामिल है और आईआईएम-बैंगलोर और कलकत्ता शीर्ष 50 में हैं। दंत चिकित्सा अध्ययन श्रेणी में सविता इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल एंड टेक्निकल साइंसेज, चेन्नई, विश्व रैंकिंग में 24वें स्थान पर है।
क्यूएस अधिकारी ने कहा कि भारत अब अनुसंधान का दुनिया का चौथा सबसे बड़ा उत्पादक है और ब्रिटेन को पछाड़ने की कगार पर पहुंच गया है। भारत निस्संदेह अंतरराष्ट्रीय शैक्षणिक समुदाय में एक सशक्त खिलाड़ी बन रहा है। भारत में कई देश को छात्र आकर अध्ययन कर रहे हैं।
उच्च शिक्षा विश्लेषण संबंधी कंपनी क्वाक्वेरेली साइमंड्स (क्यूएस), लंदन द्वारा घोषित प्रतिष्ठित रैंकिंग में जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय (जेएनयू) भारत में सर्वोच्च रैंक वाला विश्वविद्यालय है। विकास अध्ययन श्रेणी में यह विश्वविद्यालय विश्व स्तर पर 20वें स्थान है। चेन्नई स्थित सविता इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल एंड टेक्निकल साइंसेज दंत चिकित्सा अध्ययन श्रेणी में विश्व स्तर पर 24वें स्थान पर है।
क्यूएस की मुख्य कार्यकारी (सीईओ) जेसिका टर्नर ने कहा कि भारत के सामने सबसे बड़ी चुनौतियों में से एक गुणवत्तापूर्ण शिक्षा है। उन्होंने कहा कि क्यूएस ने यह गौर किया है कि भारत के निजी तौर पर संचालित तीन उत्कृष्ठ संस्थानों के कई कार्यक्रमों ने इस साल प्रगति की है जो भारत के उच्च शिक्षा क्षेत्र को आगे बढ़ाने में अच्छी तरह से विनियमित निजी प्रावधान की सकारात्मक भूमिका को प्रदर्शित करता है।
हालांकि अब भी बहुत काम किया जाना बाकी है। क्यूएस के अनुसार, भारत दुनिया में सबसे तेजी से विस्तार करने वाले शोध केंद्रों में से एक है। उसने कहा कि 2017 से 2022 के बीच शोध में 54 प्रतिशत तक की वृद्धि हुई है जो न केवल वैश्विक औसत के दोगुने से अधिक है, बल्कि पश्चिमी समकक्षों से भी काफी अधिक है।