नई दिल्ली: नरेंद्र मोदी सरकार के मंत्री रामविलास पासवान का गुरुवार शाम निधन हो गया। आज (शुक्रवार) सुबह उनके शव को दिल्ली स्थित उनके आवास पर लाया गया।
इसके बाद पीएम नरेंद्र मोदी ने राम विलास पासवान के पार्थिव शरीर पर उनके आवास पर पहुंचकर श्रद्धांजलि अर्पित की और दुखी परिवार को ढांढस बंधाया।
इस समय पीएम नरेंद्र मोदी के साथ मौके पर भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा व भाजपा नेता रविशंकर प्रसाद भी मौजूद थे।
पीएम नरेंद्र मोदी के श्रद्धांजलि अर्पित करने के कुछ ही देर बाद राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद भी रामविलास पासवान को श्रद्धांजलि अर्पित करने के लिए पहुंचे। इस दौरान उन्होंने परिवार को ढांढस बंधाया।
राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद के साथ रामविलास पासवान को श्रद्धांजलि अर्पित करने के लिए बिहार से उनके साथी नेता रहे केंद्रीय मंत्री अश्विनी चौबे भी पहुंचे। उन्होंने भी श्रद्धांजलि अर्पित कर परिवार से मिलकर सांत्वना दिया।
पीएम नरेंद्र मोदी ने रामविलास पासवान के निधन पर ये कहा-
लोजपा नेता राम विलास पासवान के निधन पर पीएम मोदी ने लिखा, 'मैं शब्दों के परे दुखी हूं। देश में यह एक ऐसा शून्य है, जो कभी नहीं भर पाएगा। श्री राम विलास पासवान जी का निधन मेरे लिए निजी क्षति है। मैंने अपना दोस्त, सहयोगी खो दिया। श्री राम विलास पासवान जी ने कड़ी मेहनत और दृढ़ संकल्प के माध्यम से राजनीति में कदम रखा। एक युवा नेता के रूप में, उन्होंने आपातकाल के दौरान अत्याचार और हमारे लोकतंत्र पर हमले का विरोध किया। वह एक उत्कृष्ट सांसद और मंत्री थे, जिन्होंने कई नीतिगत क्षेत्रों में स्थायी योगदान दिया।'' उन्होंने कहा कि राम विलास पासवान के निधन से मैंने अपना दोस्त और मजबूत सहयोगी खो दिया।
देश ने एक दूरदर्शी नेता खो दिया: राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद
राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने शोक व्यक्त करते हुए लिखा, ''केंद्रीय मंत्री रामविलास पासवान के निधन से देश ने एक दूरदर्शी नेता खो दिया है। उनकी गणना सर्वाधिक सक्रिय तथा सबसे लंबे समय तक जनसेवा करने वाले सांसदों में की जाती है। वे वंचित वर्गों की आवाज़ मुखर करने वाले तथा हाशिए के लोगों के लिए सतत संघर्षरत रहने वाले जनसेवक थे।'' एक अन्य ट्वीट में राष्ट्रपति ने कहा, ''आपातकाल विरोधी आंदोलन के दौरान जयप्रकाश नारायण जैसे दिग्गजों से लोकसेवा की सीख लेनेवाले पासवान जी फायरब्रांड समाजवादी के रूप मे उभरे। उनका जनता के साथ गहरा जुड़ाव था और वे जनहित के लिए सदा तत्पर रहे। उनके परिवार और समर्थकों के प्रति मेरी गहन शोक-संवेदना।''