सिरसा, 21 जून हरियाणा के उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला ने सोमवार को कहा कि पूर्व उप प्रधानमंत्री देवी लाल की प्रतिमा के अनावरण का विरोध कर रहे लोग किसान नहीं हो सकते। उन्होंने कहा कि उनके परदादा किसानों के ''मसीहा'' थे।
जननायक जनता पार्टी (जजपा) नेता चौटाला की टिप्पणी किसानों के एक समूह द्वारा चौधरी देवी लाल विश्वविद्यालय में देवी लाल की 18 फीट ऊंची प्रतिमा के अनावरण को लेकर शहर में विरोध प्रदर्शन के बाद आई है।
हरियाणा में भाजपा नीत गठबंधन सरकार में शामिल जजपा के नेता चौटाला ने एक कार्यक्रम के बाद संवाददाताओं से कहा, ''अगर वे इसका विरोध करते हैं, तो यह दर्शाता है कि वे किसान नहीं हैं। चौधरी देवीलाल किसानों के मसीहा थे।''
उन्होंने कहा कि देवीलाल अपने आप में एक संस्था थे, जिनका पूरा राजनीतिक जीवन लोगों विशेषकर कृषक समुदाय के कल्याण के लिए समर्पित रहा।
चौटाला जब शहर में थे तो किसानों के एक समूह ने उनके दौरे का विरोध किया।
पिछले साल पारित किये गए केंद्र के तीन कृषि कानूनों का विरोध कर रहे किसान राज्य में भाजपा-जजपा नेताओं के सार्वजनिक कार्यक्रमों में विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं।
चौटाला ने दोहराया कि किसानों का आंदोलन अब किसानों के हाथ में नहीं है उन्होंने कहा ''अब यह उन लोगों के हाथ में है जिन्हें विरोध प्रदर्शन करने का एक प्रकार का रोजगार मिला है। इस रोजगार के तहत वे हर सुबह विरोध करने के लिए अपने हाथों में काले झंडे रखते हैं। लेकिन वे नहीं जानते कि वे किसका विरोध कर रहे हैं।
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