लाइव न्यूज़ :

तवज्जो न मिलने से एनपीएफ मणिपुर में भाजपा के साथ गठबंधन की समीक्षा करेगी

By भाषा | Published: May 17, 2019 3:09 PM

उल्लेखनीय है कि 60 सदस्यीय विधानसभा में एनपीएफ के पास चार विधायक हैं। अगर पार्टी हटती भी है तो इसक भाजपा नेतृत्व वाले गठबंधन पर कोई असर नहीं पड़ेगा। गौरतलब है कि 2017 का विधानसभा चुनाव जीतने वाले कांग्रेस के 28 में से आठ विधायक पिछले साल भाजपा में शामिल हो गये थे, जिससे विधानसभा में अब उसकी संख्या 21 से बढ़कर 29 हो गयी है।

Open in App
ठळक मुद्देनगा पीपुल्स फ्रंट (एनपीएफ) के प्रदेश इकाई के प्रमुख अवांगबू नेवमई ने दावा किया कि भाजपा अपने गठबंधन सहयोगियों को तुच्छ समझती है। एनपीएफ की मांगें पूरी तरह निराधार और बेबुनियाद हैं। सरकार के सुचारू कामकाज के लिये हमारे गठबंधन सहयोगियों को हरसंभव सुविधाएं दी गयी हैं।

मणिपुर में भाजपा नीत गठबंधन की सहयोगी पार्टी एनपीएफ ने कहा है कि पार्टी उसके विचारों और सुझावों को तवज्जो नहीं दे रही है।

एनपीएफ ने शनिवार को इस बात पर फैसला करने के लिये अपने नेताओं की बैठक बुलायी है कि उसे गठबंधन में बने रहना है या अपना समर्थन वापस लेना है। इन आरोपों को खारिज करते हुए भाजपा ने कहा कि उसने सरकार के सुचारू कामकाज को सुनिश्चित करने के लिये अपने सहयोगियों को हरसंभव सुविधाएं दी हैं।

उल्लेखनीय है कि 60 सदस्यीय विधानसभा में एनपीएफ के पास चार विधायक हैं। अगर पार्टी हटती भी है तो इसक भाजपा नेतृत्व वाले गठबंधन पर कोई असर नहीं पड़ेगा। गौरतलब है कि 2017 का विधानसभा चुनाव जीतने वाले कांग्रेस के 28 में से आठ विधायक पिछले साल भाजपा में शामिल हो गये थे, जिससे विधानसभा में अब उसकी संख्या 21 से बढ़कर 29 हो गयी है।

सत्तारूढ़ गठबंधन में अन्य पार्टियां एनपीपी (चार), लोजपा (एक), निर्दलीय (एक) और एआईटीसी (एक) शामिल हैं। नगा पीपुल्स फ्रंट (एनपीएफ) के प्रदेश इकाई के प्रमुख अवांगबू नेवमई ने दावा किया कि भाजपा अपने गठबंधन सहयोगियों को तुच्छ समझती है।

इस बारे में विस्तृत जानकारी दिये बिना उन्होंने कहा, ‘‘2016 में गठबंधन सरकार के गठन के बाद से भाजपा ने कभी गठबंधन की मूल भावना का सम्मान नहीं किया। ऐसे कई मौके आये जब उनके नेताओं ने हमारे सदस्यों को गठबंधन सहयोगी मानने से इनकार किया।’’

विधानसभा में एनपीएफ के चार विधायक हैं। नेवमई ने यह भी कहा कि भगवा पार्टी ने अपने गठबंधन सहयोगियों को जो वादे किये थे उसे कभी पूरा नहीं किया। उन्होंने दावा किया, ‘‘एनपीएफ ने हमेशा भाजपा को अपने बड़े भाई की तरह समझा है लेकिन यह भगवा पार्टी को हमें झांसा देने से नहीं रोक पाया। हमें उचित सम्मान नहीं मिला।’’

नेवमई के दावों को गलत बताते हुए मणिपुर में भाजपा प्रवक्ता सीएच बिजॉय ने कहा कि एनपीएफ ने गठबंधन में शामिल होने के दौरान कहा था कि उसे मंत्री पद नहीं चाहिए लेकिन अब ऐसा लगता है कि पार्टी की कई मांगें हैं। एनपीएफ के चार विधायकों में से लोशी दिखो मंत्री, जो माओ विधानसभा सीट से विधायक हैं।

उन्होंने कहा, ‘‘एनपीएफ की मांगें पूरी तरह निराधार और बेबुनियाद हैं। सरकार के सुचारू कामकाज के लिये हमारे गठबंधन सहयोगियों को हरसंभव सुविधाएं दी गयी हैं।’’ 

टॅग्स :मणिपुरभारतीय जनता पार्टी (बीजेपी)मणिपुर पीपुल्स पार्टी
Open in App

संबंधित खबरें

भारतपुलवामा हमले को लेकर रेवंत रेड्डी ने पीएम मोदी पर साधा निशाना, बीजेपी ने दी प्रतिक्रिया, देखें वीडियो

भारतब्लॉग: मणिपुर को समझाने नहीं, समझने की जरूरत

भारतLok Sabha Election 2024 Phase 3: 93 लोकसभा सीटों के लिए दांव पर हैं ये बड़े चेहरे, आज गांधीनगर में वोट डालेंगे पीएम मोदी और अमित शाह

भारतमणिपुर: महिला प्रदर्शनकारियों ने रोका भारतीय सेना का काफिला, पुलिस ने कहा- '11 उपद्रवियों को कराया रिहा', वीडियो वायरल

भारत"नग्न घुमाई गईं महिलाएं पुलिस जिप्सी के पास पहुंचीं लेकिन...": मणिपुर मामले को लेकर CBI जांच में सामने आई चौंकाने वाली घटना

भारत अधिक खबरें

भारतSwati Maliwal Assault Case: कैसे हुआ स्वाति मालीवाल पर हमला? दिल्ली पुलिस करेगी खुलासा, सीएम केजरीवाल के आवास के CCTV फुटेज की होगी जांच

भारतविदेश मंत्री जयशंकर ने बताई 'मोदी जी ने वार रुकवा दी पापा' के पीछे की असली कहानी, जानें पीएम ने युद्ध रोकने के लिए क्या किया

भारतMaharashtra Lok Sabha Elections 2024: अगली पीढ़ी पर ध्यान नहीं, पीएम मोदी को दोबारा प्रधानमंत्री पद चाहिए, ठाकरे ने कहा- बेरोजगारी और महंगाई से हर कोई प्रभावित...

भारतWest Bengal storm and rain: पश्चिम बंगाल के तीन जिलों में तूफान और बारिश से आफत, 3 बच्चे समेत 13 की मौत, दो-दो लाख रुपये मुआवजे की घोषणा

भारतब्लॉग: कुछ नेताओं का सब कुछ दांव पर है इन चुनावों में