नागपुरः कोरोना वायरस के बढ़ते मामलों को नियंत्रित करने के लिए महाराष्ट्र के नागपुर शहर में शनिवार और रविवार को जनता कर्फ्यू लगाया जाएगा। नगर निगम के प्रमुख ने शुक्रवार को इस बारे में घोषणा की।
नागपुर निगम आयुक्त तुकाराम मुंढे ने शहर में शनिवार और रविवार (25 और 26 जुलाई) को जनता कर्फ्यू लगाने की घोषणा की। निर्वाचित प्रतिनिधियों और निगम प्रशासन की बैठक में इस संबंध में फैसला किया गया। कोरोना वायरस के बढ़ते मामलों को नियंत्रित करने के लिए महाराष्ट्र के नागपुर शहर में शनिवार और रविवार को जनता कर्फ्यू लगाया जाएगा।
नगर निगम के प्रमुख ने शुक्रवार को इस बारे में घोषणा की। नागपुर निगम आयुक्त तुकाराम मुंढे ने शहर में शनिवार और रविवार (25 और 26 जुलाई) को जनता कर्फ्यू लगाने की घोषणा की । निर्वाचित प्रतिनिधियों और निगम प्रशासन की बैठक में इस संबंध में फैसला किया गया।
मुंढे ने संवाददाताओं से बात करते हुए कहा कि पिछले आठ-दस दिनों से निकाय प्रशासन यह कोशिश कर रहा था कि जनता कोविड-19 को लेकर और सावधानी भरा रवैया अपनाएं। अधिकारी ने आगाह किया, ‘‘कोविड-19 के नियमों का सही से पालन हो, इस बारे में जागरूकता पैदा करने के लिए हमने दो दिनों का जनता कर्फ्यू लगाने का फैसला किया है।
अगर नियमों का कड़ाई से पालन नहीं किया गया तो शहर में सख्त कर्फ्यू लगाया जाएगा
लेकिन अगर नियमों का कड़ाई से पालन नहीं किया गया तो शहर में सख्त कर्फ्यू लगाया जाएगा।’’ उन्होंने कहा, ‘‘हम नागरिकों से जनता कर्फ्यू में सहयोग करने और अपने व्यवहार में बदलाव लाने तथा कोरोना वायरस की कड़ी को तोड़ने की अपील करते हैं।’’
निगम आयुक्त ने कहा कि जरूरी सेवा की दुकानों को छोड़कर सारे प्रतिष्ठान शनिवार और रविवार को बंद रहेंगे । उन्होंने कहा, ‘‘दवा की दुकानें, स्वास्थ्य केंद्र और दूध की दुकानें खुली रहेंगी। गैर जरूरी बाजार बंद रहेंगे। ’’ नागपुर में बृहस्पतिवार को कोविड-19 के 172 नए मामले आने से संक्रमितों की संख्या 3,465 हो गयी । शहर में संक्रमण से 64 लोगों की मौत हुई है और 2213 मरीज ठीक हो चुके हैं।
उधऱ मणिपुर के मुख्यमंत्री एन बीरेन सिंह ने बुधवार को घोषणा की कि राज्य में कोविड-19 के बढ़ते मामलों पर लगाम लगाने के लिए बृहस्पतिवार दोपहर दो बजे से पूरे राज्य में 14 दिन तक कर्फ्यू जैसी पाबंदियां लागू रहेंगी। सिंह ने एक संवाददाता सम्मेलन में कहा कि शाम को हुई मंत्रिपरिषद की आपातकालीन बैठक में यह फैसला लिया गया।
उन्होंने कहा कि कोरोना वायरस का स्थानीय स्तर पर संक्रमण फैलने की बात कहना अभी जल्दबाजी होगी, लेकिन चिंता की बात है कि थोबाल जिले में ऐसे लोग कोरोना वायरस संक्रमित मिले हैं जिन्होंने पिछले दिनों कहीं की यात्रा नहीं की। मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि लोगों की जरूरी प्रोटोकॉल का पालन नहीं करने संबंधी आदतों की वजह से भी पाबंदियां लगाना जरूरी हो गया है।
उन्होंने बताया कि केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) के 63 जवान कोरोना वायरस संक्रमित मिले हैं जो देश के दूसरे राज्यों से यहां आए थे। हालांकि मुख्यमंत्री ने कहा कि आवश्यक सेवाएं प्रतिबंध के दायरे में नहीं रहेंगी। राज्य के थोबाल जिले में हालात पर काबू करने के लिए सात दिन का कर्फ्यू लगाया गया है।
कोविड-19 : प्रशासन ने चंडीगढ़, मोहाली, पंचकूला में सप्ताहांत पर कर्फ्यू लगाने की सहमति मांगी
केन्द्र शासित प्रदेश चंडीगढ़ के प्रशासन ने सोमवार को बताया कि कोविड-19 के तेजी से बढ़ते मामलों के मद्देनजर उसने पंजाब और हरियाणा सरकारों को पत्र लिखकर चंडीगढ़, मोहाली और पंचकूला शहरों में सप्ताहांत पर कर्फ्यू लगाने के लिये उनकी सहमति मांगी है। चंडीगढ़ के सलाहकार मनोज परीदा ने बताया कि उन्होंने पंजाब और हरियाणा के मुख्य सचिवों को पत्र लिखकर सप्ताहांत पर कर्फ्यू लगाने के केन्द्र शासित प्रदेश के प्रस्ताव पर रजामंदी देने का अनुरोध किया है।
परीदा ने कहा, ‘‘सिर्फ चंडीगढ़ में सप्ताहांत पर कर्फ्यू लगाना प्रभावी नहीं होगा... जब तक कि मोहाली (पंजाब) और पंचकूला (हरियाणा) में भी एक साथ कर्फ्यू लागू ना हो। सरकार द्वारा जारी बयान के अनुसार, चंडीगढ़ के प्रशासक वी.पी. बदनौर की अध्यक्षता में हुई एक बैठक में यह बात सामने आयी कि लोग दो गज की दूरी के नियम को नहीं मान रहे हैं और न ही मास्क का उपयोग सही तरीके से कर रहे हैं, ऐसे में तीनों शहरों में एक साथ सप्ताहांतों पर कर्फ्यू लगाने के अलावा अन्य कोई विकल्प नहीं है।
बयान के मुताबिक, ‘‘तीनों शहरों में संक्रमण के चक्र को तोड़ने और उसे नियंत्रित करने के लिए ऐसा करना अनिवार्य बन गया है। इस संबंध में प्रशासक द्वारा अंतिम फैसला बुधवार को लिया जाएगा।’’ चंडीगढ़ में अभी तक कुल 739 लोगों के कोरोना वायरस से संक्रमित होने की पुष्टि हुई है, वहीं संक्रमण से अभी तक 12 लोगों के मरने की सूचना है।