Year End 2025: भारत के अलग-अलग शहरों में दिखा साल का आखिरी सूर्यास्त
साल 2025 अपने अंतिम पड़ाव पर पहुंच चुका है और देशभर में लोगों ने इस साल के आखिरी सूर्यास्त को देखा। पहाड़ों से लेकर मैदानों और नदियों के किनारे बसे शहरों तक, हर जगह आसमान ने अलग-अलग रंगों में साल को विदाई दी। कई शहरों से सामने आए दृश्य बेहद मनमोहक रहे।
उत्तराखंड के मसूरी में साल 2025 का अंतिम सूर्यास्त खास आकर्षण का केंद्र बना। लाल टिब्बा सनसेट पॉइंट से सूरज के ढलने का नजारा देखने के लिए लोग बड़ी संख्या में पहुंचे। पहाड़ों के बीच डूबता सूरज और सुनहरा आसमान देखने लायक था।
मध्य प्रदेश के ग्वालियर में भी साल के आखिरी दिन सूर्यास्त का शांत और सुकून भरा दृश्य नजर आया। वहीं उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में संगम के किनारे लोगों ने साल के अंतिम सूर्यास्त को देखा। गंगा-यमुना के तट पर डूबते सूरज ने आध्यात्मिक माहौल बना दिया।
अयोध्या में सरयू नदी के घाटों पर साल 2025 के अंतिम सूर्यास्त को श्रद्धा और शांति के साथ निहारा गया। वहीं लखनऊ में भी आसमान पर बिखरे रंगों के साथ साल को विदाई दी गई।
जम्मू-कश्मीर की राजधानी श्रीनगर में बर्फीले पहाड़ों के बीच डूबता सूरज एक अलग ही तस्वीर पेश करता नजर आया। डल झील के आसपास सूर्यास्त का दृश्य बेहद खूबसूरत रहा।
पश्चिम बंगाल के कई शहरों में भी साल के आखिरी सूर्यास्त की झलक देखने को मिली। हावड़ा, जलपाईगुड़ी और कोलकाता में लोगों ने साल 2025 को अलविदा कहा। कोलकाता में हावड़ा ब्रिज से लिया गया सूर्यास्त का वीडियो खास चर्चा में रहा।
असम की राजधानी गुवाहाटी में ब्रह्मपुत्र नदी के किनारे साल के अंतिम सूर्यास्त ने लोगों को मंत्रमुग्ध कर दिया। वहीं ओडिशा के पुरी में श्री जगन्नाथ मंदिर से दिखाई देने वाला साल 2025 का आखिरी सूर्यास्त भक्तों के लिए खास रहा।
देश के अलग-अलग कोनों से सामने आए ये दृश्य न सिर्फ साल के अंत का संकेत थे, बल्कि नए साल 2026 के स्वागत की एक शांत और खूबसूरत शुरुआत भी बने।