नई दिल्ली: मेघालय विधानसभा में किसी एक राजनीतिक पार्टी को पूर्ण बहुमत नहीं मिला है। मेघालय में एनपीपी सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी है। एनपीपी को 25 सीटों पर जीत मिली है। भाजपा को 4 सीटों पर जीत मिली है। हालांकि भाजपा ने राज्य में गठबंधन सरकार बनाने का तैयारियां तेज कर दी हैं।
असम के सीएम हिमंत बिस्वा सरमा ने ट्वीट कर के कहा है कि मेघालय के मुख्यमंत्री कोनराड संगमा ने गृह मंत्री अमित शाह से फोन पर बात की और नई सरकार के गठन के लिए बीजेपी से सहयोग मांगा है। सीएम सरमा ने एक ट्वीट कर ये भी बताया कि बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने मेघालय में अगली सरकार बनाने में नेशनल पीपुल्स पार्टी का समर्थन करने के लिए बीजेपी, मेघालय की राज्य इकाई को सलाह दी है।
ये पहले से ही माना जा रहा था कि पूर्ण बहुमत न मिलने की स्थिति में भाजपा और एनपीपी साथ आएंगे। दरअसल भाजपा और एनपीपी का पहले भी गठबंधन रह चुका है। मतगणना से एक दिन पहले (1 मार्च) भी असम के सीएम ने संगमा से मुलाकात की थी। पिछले विधानसभा चुनावों में मेघालय में भाजपा के केवल 2 सीटें ही मिली थीं। हालांकि इस बार पार्टी को 4 सीट पर कामयाबी मिली है।
अन्य राज्यों की बात करें तो त्रिपुरा और नगालैंड में भाजपा गठबंधन ने पूर्ण बहुमत हासिल की है। 2014 से पहले पूर्वोत्तर के इन राज्यों में कभी भी भाजपा की सरकार नहीं बनी थी। लेकिन नरेंद्र मोदी के प्रधानमंत्री बनने के बाद भाजपा ने पूर्वोत्तर में भी अपनी जबरदस्त उपस्थिति दर्ज कराई है।
नगालैंड में फिर से सत्तारूढ़ एनडीपीपी-भाजपा गठबंधन ने वापसी की है। त्रिपुरा में सत्ता की वापसी की राह देख रहा CPI(M)-कांग्रेस गठबंधन बुरी तरह चुनाव हार गया है। त्रिपुरा में लेफ्ट की अगुवाई वाले से गठबंधन को सिर्फ 14 सीटें नसीब हुई है। तीनों राज्यों के चुनाव परिणाम से बीजेपी के समर्थक उत्साहित हैं और वे देशभर में अपने कार्यालयों पर जश्न मना रहे हैं, वहीं दूसरी तरफ कांग्रेस पार्टी में सन्नाटा पसरा हुआ है।