नई दिल्ली: केरल में निपाह वायरस के मामलों को देखते हुए कर्नाटक सरकार ने एक परिपत्र जारी कर आम जनता को केरल के प्रभावित क्षेत्रों में अनावश्यक यात्रा से बचने की सलाह दी है। सर्कुलर में राज्य सरकार ने केरल के सीमावर्ती जिलों (कोडगु, दक्षिण कन्नड़, चामराजनगर और मैसूर) और कर्नाटक में प्रवेश के बिंदुओं पर निगरानी तेज करने को कहा है।
सर्कुलर में कहा गया, "केरल के काझीकोड जिले में 2 मौतों के साथ निपाह के 4 पुष्ट मामलों की रिपोर्टिंग के मद्देनजर, संक्रमण के संचरण को रोकने के लिए केरल राज्य की सीमा से लगे जिलों में निगरानी गतिविधियों को तेज करने की आवश्यकता है।" कोझिकोड के एक अस्पताल में निगरानी में रखे गए 39 वर्षीय व्यक्ति में वायरस के एक ताजा मामले की पुष्टि होने के बाद केरल में निपाह के मामलों की कुल संख्या छह तक पहुंच गई।"
केरल के कोझिकोड जिले में निपाह के प्रकोप की पुष्टि के बाद, पूर्व स्वास्थ्य मंत्री और वरिष्ठ सत्तारूढ़ सीपीआई (एम) विधायक केके शैलजा ने कहा कि राज्य को चिंता करने की कोई बात नहीं है क्योंकि स्थिति उतनी डरावनी नहीं है जितनी 2018 में थी। उन्होंने कहा कि दक्षिणी राज्य में संक्रमण से प्रभावी ढंग से लड़ने और इसके प्रसार को रोकने के लिए एक प्रोटोकॉल और मानक संचालन प्रक्रिया (एसओपी) है।
शायजा पिछली एलडीएफ सरकार में स्वास्थ्य मंत्री थीं, जिसने राज्य में पहली बार निपाह के प्रकोप से लड़ाई लड़ी थी। राज्य में देखा गया वायरस का प्रकार बांग्लादेश संस्करण था जो मानव से मानव में फैलता है और इसकी मृत्यु दर अधिक है, हालांकि यह कम संक्रामक है। दुर्लभ और घातक निपाह वायरस के प्रसार को रोकने के मद्देनजर, राज्य सरकार ने बुधवार को कुछ स्कूलों, कार्यालयों और सार्वजनिक परिवहन को बंद कर दिया।
राज्य सरकार ने बुधवार शाम को कहा कि वायरस के प्रसार की जांच के लिए 153 स्वास्थ्य कर्मियों सहित कम से कम 706 लोगों का परीक्षण किया जा रहा है। जहां इस बार इसका प्रकोप कोझिकोड में हुआ, वहीं मंत्री वीना जॉर्ज ने कहा कि डब्ल्यूएचओ और आईसीएमआर अध्ययनों के अनुसार पूरे केरल में इस तरह के संक्रमण होने का खतरा है।
राजस्थान ने चिकित्सा अधिकारियों के लिए 'अलर्ट' जारी किया
पीटीआई की रिपोर्ट के अनुसार, केरल के कोझिकोड जिले से सामने आ रहे मामलों के मद्देनजर राजस्थान सरकार ने गुरुवार को चिकित्सा अधिकारियों को निपाह के किसी भी प्रकोप के संबंध में सतर्क रहने का निर्देश दिया। चिकित्सा एवं स्वास्थ्य सेवा विभाग के निदेशक ने सभी मेडिकल कॉलेजों के प्राचार्यों और सभी जिलों के मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारियों को एक सलाह जारी की है।
विभाग ने स्वास्थ्य कर्मियों के लिए एडवाइजरी भी जारी की है।
केरल को मिला निपाह वायरस एंटीबॉडी, मोबाइल लैब में होगी नमूनों की जांच
आईसीएमआर ने घातक वायरस से लड़ने के लिए राज्य द्वारा मांगी गई एंटीबॉडी उपलब्ध करा दी है। नमूना परीक्षण को सक्षम करने के लिए ग्राउंड ज़ीरो पर एक मोबाइल प्रयोगशाला भी भेजी गई थी। आईसीएमआर ने गुरुवार को कोझिकोड में मोनोक्लोनल एंटीबॉडी पहुंचाई।
पुणे में आईसीएमआर के नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ वायरोलॉजी (एनआईवी) ने दो मौतों सहित पांच मामले दर्ज होने के बाद जिले में वायरस के नमूनों का परीक्षण करने के लिए अपनी मोबाइल बीएसएल -3 (बायोसेफ्टी लेवल -3) प्रयोगशाला कोझिकोड भेजी।
इस बीच, राज्य सरकार को राहत देते हुए, परीक्षण के लिए भेजे गए 11 नमूनों में वायरस के नकारात्मक परिणाम आए, समाचार एजेंसी पीटीआई ने एक स्रोत का हवाला देते हुए बताया।