बैंगलोर, 5 मईः कर्नाटक में जैसे प्रचार के दिन कम हो रहे हैं तीनों पार्टियां दम-खम झोंकने में कोई कसर नहीं छोड़ रहे हैं। शनिवार (5 मई) का दिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नाम रहा। उन्होंने तीन जनसभाओं को संबोधित किया। दूसरी तरफ सीएम सिद्धरमैया ने उत्तरी कर्नाटक में लोगों से मुलाकातें की। बीजेपी मुख्यमंत्री उम्मीदवार बीएस येदियुरप्पा ने सेंट्रल कर्नाटक व दक्षिण कर्नाटक में आज चुनाव प्रचार जारी रखा। जबकि जेडीएस के लिए एचडी देवगौड़ा और कुमार स्वामी भी अपने-अपने क्षेत्रों में सक्रिय रहे।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने शनिवार को कांग्रेस और जेडी ( एस ) के बीच 'गुप्त' समझौता हुआ है और एच डी देवगौड़ा की पार्टी कांग्रेस का 'बचाव' कर रही है। मोदी ने यहां एक चुनावी सभा को संबोधित करते हुए आरोप लगाया कि कांग्रेस वर्षों से सिर्फ वोट बटोरने के लिये गरीबी हटाने की बात करती रही है जबकि असल में उसने किसानों और गरीबों की अनदेखी की। पूरी खबर यहां पढ़ें। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को गदाग की रैली में कहा कि कर्नाटक चुनाव के बाद कांग्रेस पीपीपी में बदल जाएगा। पीएम मोदी ने बताया कि 'पीपीपी मतलब पंजाब, पुडुचेरी और परिवार।' उन्होंने कहा कि कांग्रेस सिर्फ लूटने के अलावा कोई काम नहीं किया। इससे पहले तुमकुर में चुनावी जनसभा को संबोधित करते हुए कांग्रेस पर जमकर हमला बोला। पूरी खबर यहां पढ़ें।
कर्नाटक चुनाव को देखते हुए बीजेपी ने पीएम नरेंद्र मोदी समेत पूरी कैबिनेट को प्रचार के लिए उतार दिया है। बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह भी पिछले 28 दिनों से कर्नाटक के दौरे पर हैं। उन्होंने राज्य के 28 जिलों का दौरा किया है और बीजेपी की जीत को लेकर आश्वस्त हैं। शुक्रवार को एक अंग्रेजी दैनिक से बात करते हुए अमित शाह ने उन फैक्टर्स की चर्चा की जिनके दम पर कर्नाटक चुनाव में बीजेपी की जीत सुनिश्चित है। पूरी खबर यहां पढ़ें।
कर्नाटक के बैंगलोर व मैसूर क्षेत्र में मुसलमान वोटर महती भूमिका में हैं। लेकिन इनका हैदाराबाद कर्नाटक क्षेत्र में सबसे ज्यादा प्रभाव रहता है। इनमें कर्नाटक के गुलबर्गा जिले के गरीब मुसलमान भी शामिल हैं। इन्हें लुभाने के लिए नोव्हेरा शेख की पार्टी वुमन इम्पॉर्मेंट पार्टी मैदान में है। यह इन्होंने कर्नाटक की सभी 224 सीटों उम्मीदवार उतारे हैं। पूरी खबर यहां पढ़ें।
कर्नाटक विधानसभा चुनाव हर रोज नये आंकड़ों की घोषणा हो रही है। एक नये सर्वे का दावा है कि कांग्रेस महज 74 सीटों पर सिमटने जा रही है जबकि भारतयी जनता पार्टी (बीजेपी) 108 सीटें जीतने में कामयाब होगी। पूरी खबर यहां पढ़ें।
कर्नाटक चुनाव पर स्पेशल ब्लॉग
उत्तर प्रदेश की दो विधानसभा सीटों पर बीजेपी को हराने के लिए बीएसपी सुप्रीमो मायावती ने समाजवादी पार्टी के प्रत्याशियों को समर्थन दे दिया था। मायावती के हालिया बयानों को देखते हुए भी यह प्रतीत होता है कि मौजूदा राजनीति में बीजेपी ही उनकी दुश्मन नंबर 1 है। लेकिन कर्नाटक विधानसभा चुनाव में मायावती का एक कदम कांग्रेस का खेल बिगाड़ सकता है। पूरी खबर यहां पढ़ें।