जम्मू: कश्मीर पुलिस ने एक ओर उस घर को सील कर लिया है जिसके प्रति उसका दावा है कि घर में रहने वालों ने आतंकियों को शरण दी थी। पिछले दो साल में 300 से अधिक घरों और संपत्तियों को जब्त/कुर्क करने वाली पुलिस का कहना है कि उसके निशाने पर वे सैंकड़ों संपत्तियां हैं जो उन 400 से अधिक आतंकियों की हैं जो उस पार चले गए हैं। पुलिस ने गुरुवार को कहा कि दक्षिण कश्मीर के पुलवामा जिले में हिज्ब कमांडर रेयाज नाइकू को शरण देने के लिए इस्तेमाल की जाने वाली संपत्ति कुर्क कर ली गई है।
पुलिस के मुताबिक, विशेष न्यायालय पुलवामा के एक नवंबर के आदेश के अनुसार, अवंतीपोरा पुलिस ने क्षेत्रीय मजिस्ट्रेट के साथ आज बेगपोरा (अवंतीपोरा) में एक आतंकवादी सहयोगी आजाद अहमद तीली के घर की कुर्की के आदेश को निष्पादित किया। वैसे यह कोई पहला मामला नहीं है कश्मीर में जिसमें पुलिस ने किसी आतंकी के घर या उनको शरण देने वालों के घरों को कुर्क किया हो। इस साल जून महीने में पुलिस ने स्वीकार किया था कि उसने इस साल 124 से अधिक उन संपत्तियों को कुर्क कर लिया था जो आतंकियों से जुड़ी हुई थीं और उनमें कई संपत्तियां जमायते इस्लामी की भी थी।
पुलिस के मुताबिक, 4200 से अधिक कश्मीरी युवक पिछले कई सालों से उस पार रह रहे हैं जो आतंकी गतिविधियों में भी शामिल हैं। हालांकि ऐसे करीब 400 आतंकियों की संपत्तियों को चिन्हित किया जा चुका है जिनके घरों को कुर्क किया जाना है। उनके घरों की संख्या सैंकड़ों में बताई जा रही है। जबकि वे संपत्तियां हजारों में बताई जाती हैं जिनके प्रति पुलिस का आरोप है कि उनका या तो आतंकी गतिविधियों में इस्तेमाल हुआ है या फिर वहां आतंकियों को शरण दी गई थी।
ऐसे में पुलिस ने एक बार फिर नागरिकों से अनुरोध किया है कि वे आतंकवादियों को पनाह न दें या उन्हें आश्रय न दें, अन्यथा वे चल और अचल संपत्तियों की कुर्की सहित कानून के तहत कार्रवाई के लिए उत्तरदायी होंगे। पुलिस के बयान में कहा गया है कि आतंकवादियों द्वारा किसी भी घर या वाहन में जबरन प्रवेश के मामले में, मामले को तुरंत पुलिस के संज्ञान में लाया जाना चाहिए, अन्यथा कानून के तहत कार्यवाही की जाएगी, जिसमें ऐसी संपत्तियों की जब्ती या कुर्की भी शामिल होगी।