अहमदाबाद: गुजरात के वीरमगाम निर्वाचन क्षेत्र से भाजपा के टिकट पर चुनाव में पदार्पण कर रहे हार्दिक पटेल ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के 'सबका साथ, सबका विकास' के नारे को दोहराया है। पाटीदार कोटे के नेता ने विश्वास जताया कि वह आगे बढ़ेंगे और सभी को साथ लेकर चुनाव जीतेंगे। वीरमगाम से भाजपा प्रत्याशी हार्दिक पटेल अपने व अन्य भाजपा प्रत्याशी अल्पेश ठाकोर की जीत से आश्वस्त हैं।
समाचार एजेंसी एएनआई से बात करते हुए पटेल ने कहा, "हम अपनी जीत सुनिश्चित करेंगे। भाजपा की सरकार 150 से ज्यादा सीटों के साथ बहुमत से बनने जा रही है। हम इसमें अपना योगदान देने के लिए यहां हैं। मैं भाजपा द्वारा मुझे दी गई जिम्मेदारी को कंधे से कंधा मिलाकर काम करूंगा। मेरी कोशिश सभी को साथ लेकर वीरमगाम से जीतने की होगी। मुझे विश्वास है कि वीरमगाम की जनता भाजपा प्रत्याशी को जीत दिलाएगी।"
29 साल की उम्र में पटेल गुजरात चुनाव में मैदान में उतरने वाले सबसे युवा नेता हैं। पार्टी में शामिल होने के पांच साल बाद उन्होंने कांग्रेस छोड़ दी। वह 2015 में पाटीदार आंदोलन का चेहरा थे। एक गुजराती पाटीदार परिवार में जन्मे हार्दिक 2012 में एक पाटीदार युवा निकाय, सरदार पटेल समूह में शामिल हो गए। पटेल ने पाटीदार अनामत आंदोलन समिति का गठन किया, जिसने पाटीदारों को शामिल करने के लक्ष्य के साथ पाटीदार आरक्षण आंदोलन का नेतृत्व किया ओबीसी कोटा।
नामांकन पत्र दाखिल करते समय चुनाव आयोग के समक्ष दाखिल हलफनामे में पटेल ने अपने खिलाफ 20 आपराधिक मामले लंबित होने की घोषणा की। उन्होंने गुजरात प्रदेश कांग्रेस कमेटी (गुजरात में कांग्रेस की राज्य इकाई) के कार्यकारी अध्यक्ष के रूप में कार्य किया। मई 2022 में उन्होंने खुद को भाजपा का छोटा कार्यकर्ता बताते हुए भगवा पार्टी में शामिल होने के लिए कांग्रेस छोड़ दी।
हार्दिक पटेल 5 दिसंबर को गुजरात चुनाव के दूसरे चरण के दौरान कांग्रेस के लखाभाई भीखाभाई भारवाड़ के खिलाफ उतरेंगे। भारवाड़ ने 2017 में भारतीय जनता पार्टी के तेजश्रीबेन दिलीपकुमार पटेल को 6,548 मतों के अंतर से हराकर यह सीट जीती थी। इस निर्वाचन क्षेत्र से आम आदमी पार्टी के उम्मीदवार कुवरजी ठाकोर हैं। 182 सदस्यीय गुजरात विधानसभा के लिए चुनाव दो चरणों में एक और पांच दिसंबर को होंगे, जबकि वोटों की गिनती आठ दिसंबर को होगी। नतीजे उसी दिन घोषित किए जाएंगे।