मुंबई क्राइम ब्रांच के साइबर सेल ने एक 39 वर्षीय इंजीनियर को गिरफ्तार किया है। उस पर सचिन तेंदुलकर की बेटी सारा तेंदुलकर ने नाम पर फेक ट्विटर हैंडल बनाने का आरोप है। पुलिस का कहना है कि इस शख्स की गिरफ्तारी के लिए पिछले साल अक्टूबर से प्रयास किया जा रहा था। गिरफ्तार शख्स की पहचान अंधेरी ईस्ट के लोकसरिता अपार्टमेंट में रहने वाले नितिन आत्माराम सिसोदे के रूप में हुई है। पुलिस ने बताया कि नितिन ने सारा तेंदुलकर के नाम से 'sachin_rt' नाम का फेक ट्विटर हैंडल बनाया और ट्वीट किए।
सारा तेंदुलकर के नाम से फर्जी ट्विटर हैंडल बनाने के बाद आरोपी नितिन ने शरद पवार को निशाने पर लिया। पवार को भ्रष्टाचारी बताते हुए उसने ट्वीट किया, 'सभी जानते हैं कि शरद पवार ने महाराष्ट्र को लूटा है। लेकिन बहुत कम लोग जानते हैं कि अब उसने केंद्र को भी लूटने की कोशिश की... #MallyaNamesPawar।'
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक क्राइम ब्रांच ने बताया कि जैसे ही तेंदुलकर को ट्वीट के बारे में पता चला उन्होंने सारा के नाम पर फर्जी ट्विटर एकाउंट की शिकायत की। उन्होंने बताया कि ना तो उनकी बेटी सारा और ना ही अर्जुन तेंदुलकर ट्विटर पर एक्टिव हैं। आईपी एड्रेस ट्रेस करने के बाद पुलिस ने सिसोदे नाम के शख्स को गिरफ्तार किया।
सिसोदे के वकील का कहना है कि उनके क्लाइंट ने लैपटॉप सेकेंड हैंड बेंच दिया था। अब जो व्यक्ति लैपटॉप का इस्तेमाल कर रहा है उसी ने फर्जी ट्विटर आईडी बनाई होगी। हालांकि वो बेचे गए शख्स के बारे में कोई जानकारी नहीं दे सके। आरोपी सिसोदे को 9 फरवरी तक के लिए पुलिस हिरासत में भेजा गया है। बता दें कि सारा तेंदुलकर के नाम से शरद पवार पर किया गया फर्जी ट्वीट सोशल मीडिया में खूब शेयर किया गया था।
पुलिस ने बताया कि आरोपी सिसोदिया के खिलाफ धारा 419 (व्यक्ति को धोखा देना), 420 (चीटिंग), 500 (मानहानि), 66 सी (पहचान की चोरी), 66 डी (कम्प्यूटर का इस्तेमाल करते हुए धोखा देना) के तहत मामले दर्ज किए गए हैं।