रांची। झारखंड उच्च न्यायालय ने हाल में देवघर दीवानी अदालत परिसर में हुई गोलीबारी से जुड़े एक पत्र पर स्वतः संज्ञान लिया है। राज्य में कानून व्यवस्था बिगड़ने का जिक्र करते हुए उच्च न्यायालय ने प्रदेश सरकार से बुधवार को रिपोर्ट मांगी। इस घटना में एक व्यक्ति की मौत हो गई थी।
मुख्य न्यायाधीश रवि रंजन और न्यायमूर्ति सुजीत नारायण प्रसाद की पीठ ने स्वत: संज्ञान वाली एक जनहित याचिका की सुनवाई करते हुए कहा कि प्रतिदिन हत्याएं हो रही हैं और राज्य का ‘क्राइम ग्राफ’ (अपराधों की संख्या) बहुत तेजी से बढ़ रहा है। पीठ ने देवघर दीवानी अदालत की सुरक्षा ऑडिट का निर्देश दिया ताकि परिसर में हुई हत्या का कारण रहे चूक का पता चल सके।
अदालत ने कहा कि यह पहला मौका नहीं है जब किसी अदालत परिसर में गोलीबारी हुई है। अदालत ने राज्य सरकार से रिपोर्ट मांगते हुए कहा कि इसी तरह की घटनाएं हजारीबाग और जमशेदपुर में भी हुई थीं। पीठ ने कहा कि जनहित याचिकाएं भी दायर कर अदालत परिसर की सुरक्षा के बारे में सवाल किये गये हैं। झारखंड स्टेट बार काउंसिल ने भी इस सिलसिले में एक जनहित याचिका दायर की है। अदालत इस महीने के अंत में विषय की फिर से सुनवाई करेगी।
पुलिस के मुताबिक, 18 जून को मोटरसाइकिल सवार हथियारबंद लोग देवघर दीवानी अदालत परिसर में घुसे और अमित कुमार सिंह नामक एक व्यक्ति की गोली मार कर हत्या कर दी, जिसे अपराध के एक मामले में बिहार से गिरफ्तार किया गया था। हमलवार मौके से आसानी से भागने में सफल रहे थे। पुलिस ने बताया था कि मौके से एक पिस्तौल बरामद की गई है और घटना की जांच जारी है।
भाषा इनपुट के साथ