मुंबई: बॉलीवुड के प्रसिद्ध गीतकार जावेद अख्तर अक्सर अपने बेबाक अंदाज के लिए जाने जाते हैं। उन्होंने शुक्रवार को मुंबई में मनसे द्वारा आयोजित दीपोत्सव कार्यक्रम में बड़ा बयान दिया है। उन्होंने इस मौके पर कहा है कि भारत में लोकतंत्र हिंदुओं के कारण मौजूद है। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि हिंदू हमेशा सहिष्णु रहे हैं और भारत में लोकतंत्र हिंदुओं के कारण ही अस्तित्व में है। अख्तर ने कहा, "कुछ लोग हमेशा असहिष्णु रहे हैं। हिंदू ऐसे नहीं हैं। उनके पास उदार और बड़े दिल वाले होने का महान गुण है। इसे मत खोएं, अन्यथा आप दूसरों की तरह बन जाएंगे।" उन्होंने कहा, "भारत में हिंदू संस्कृति और परंपरा के कारण लोकतंत्र मौजूद है।"
अख्तर ने लगाया 'जय सिया राम' का नारा
स्वयं को नास्तिक कहने वाले अख्तर ने यह भी कहा कि वह भगवान राम और सीता की भूमि पर जन्म लेकर खुश हैं। दर्शकों को व्यापक दृष्टिकोण बनाए रखने के लिए प्रोत्साहित करते हुए अख्तर ने कहा, "रामायण हमारी सांस्कृतिक विरासत है।" कार्यक्रम में उन्होंने 'जय सिया राम' का नारा भी लगाया। कथित तौर पर उन्होंने कार्यक्रम में कहा, "मैं नास्तिक हूं, लेकिन मर्यादा पुरूषोत्तम राम का बहुत सम्मान करता हूं। भगवान राम हमारी संस्कृति और सभ्यता का हिस्सा हैं। रामायण भी हमारी सांस्कृतिक विरासत है। इसीलिए मैं कार्यक्रम में भाग लेने आया हूं। जब भी हम बात करते हैं मर्यादा पुरूषोत्तम, केवल भगवान श्री राम और सीता ही मन में आते हैं।''
वर्तमान परिदृश्य पर विचार करते हुए, अख्तर ने कहा कि अगर शोले आज बनाई जाती तो विवाद खड़ा हो जाता। उन्होंने कहा, "अगर हमारी फिल्म शोले आज के समय में बनी होती तो मंदिर के दृश्य पर विवाद होता। शायद सलीम साहब और मैं वह दृश्य नहीं लिख पाते।" बता दें कि इस कार्यक्रम में उनके साथ सलीम खान भी मौजूद थे। हिंदी फिल्म जगत की प्रसिद्ध सलीम-जावेद की जोड़ी ने 'शोले' सहित बॉलीवुड की कुछ सबसे प्रतिष्ठित फिल्मों की पटकथा लिखी है।