नई दिल्ली: उत्तरी आंध्र प्रदेश और उससे सटे ओडिशा के तटीय जिलों में चक्रवात 'गुलाब' की दस्तक की आशंका को देखते हुए प्रशासन अलर्ट पर है। बंगाल की खाड़ी से पैदा हुए चक्रवात गुलाब के आज शाम तट से टकरा सकता है।
भारतीय मौसम विभाग (IMD) ने चेतावनी दी है कि चक्रवाती तूफान के गोपालपुर (ओडिशा) और आंध्र प्रदेश में कलिंगपट्टनम के बीच तट से टकराने की आशंका है। इस दौरान हवा की गति 95 किमी प्रतिघंटा रह सकती है।
चक्रवात गुलाब का नाम पाकिस्तान द्वारा दिया गया है। मौसम विभाग ने अपने ताजा अपडेट में बताया है कि तूफान ओडिशा के गोपालपुर से लगभग 270 किमी पूर्व-दक्षिणपूर्व और आंध्र प्रदेश में कलिंगपट्टनम से 330 किमी पूर्व में है। ये स्थिति 26 सितंबर की सुबह 5.30 बजे की है।
तूफान से पहले राहत और बचाव कार्य जारी
इस बीच राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (एनडीआरएफ) की तेरह टीमों को ओडिशा में और पांच टीमों को आंध्र प्रदेश में तैनात किया गया है। वहीं, एहतियात के तौर पर पूर्वी तट पर कई ट्रेन सेवाओं को रद्द किया गया है। वहीं कुछ ट्रेनों को डायवर्ट तो कुछ के समय में बदलाव किए गए हैं।
चक्रवात 'यास' के बाद चक्रवात गुलाब ओडिशा से इस साल टकराने वाला दूसरा चक्रवाती तूफान होगा। चार महीने पहले यास चक्रवात आया था। चक्रवात 'गुलाब' की तीव्रता 2018 में राज्य में आए तूफान 'तितली' के समान होने की संभावना है।
आंध्र प्रदेश में तूफान से निपटने की तैयारी
इससे पहले आंध्र प्रदेश सरकार की ओर से शनिवार को जारी एक विज्ञप्ति में कहा गया कि विशाखापत्तनम, विजयनगरम और श्रीकाकुलम जिलों में निचले इलाकों से लगभग 86,000 परिवारों को राहत शिविरों में स्थानांतरित करने की को योजना बनाई गई है।
श्रीकाकुलम में एनडीआरएफ के दो दलों को तैनात किया गया है जहां चक्रवात का अधिक प्रभाव हो सकता है। इसके अलावा विशाखापत्तनम में एक दल को तैनात किया गया है। विशाखापत्तनम में एसडीआरएफ के एक दल को भी आपातकालीन स्थिति के लिए तैयार रखा गया है। राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण ने इन जिलों के मछुआरों से 27 सितंबर तक समुद्र में न जाने को कहा है।