लाइव न्यूज़ :

यूपी विधानसभा में लगी अदालत, 6 पुलिसकर्मियों को हुई एक दिन की जेल, 58 साल बाद ऐसा हुआ, जानिए क्या है मामला

By शिवेंद्र राय | Published: March 03, 2023 4:25 PM

विशेषाधिकार हनन और सदन की अवमानना के जिस मामले में 6 पुलिसकर्मियों को एक दिन की सजा सुनाई गई वह 2004 का है। कानपुर में बिजली कटौती के विरोध में धरना प्रदर्शन कर रहे भाजपा नेता सतीश महाना और उनके समर्थकों पर पुलिस ने लाठीचार्ज किया था।

Open in App
ठळक मुद्देविधायक सलील बिश्नोई को 5 पुलिसकर्मियों ने 2005 में पीटा थाविधानसभा की विशेषाधिकार समिति की जांच में दोषी17 साल बाद सुनाई गई दोषियों को सजा

लखनऊ :आम तौर पर किसी अपराध के साबित होने पर में दोषियों को सजा सुनाने का कम अदालत में होता है। न्यायाधीश तय करते हैं कि किसी को कितनी सजा दी जाए। लेकिन एक ऐतिहासिक घटनाक्रम के तहत शुक्रवार, 3 मार्च को यूपी विधानसभा में  6 पुलिसकर्मियों को एक दिन की सजा सुनाई गई। इस दौरान विधानसभा न्यायलय में तब्दील हो गई और जज बने विधानसभा अध्यक्ष।

क्या है मामला

विशेषाधिकार हनन और सदन की अवमानना के जिस मामले में 6 पुलिसकर्मियों को एक दिन की सजा सुनाई गई वह  2004 का है। कानपुर में बिजली कटौती के विरोध में धरना प्रदर्शन कर रहे भाजपा नेता सतीश महाना और उनके समर्थकों पर पुलिस ने लाठीचार्ज किया था। तब राज्य में सपा की सरकार थी और मुख्यमंत्री थे मुलायम सिंह यादव।

पुलिस के लाठी चार्ज में भाजपा विधायक सलिल विश्नोई को गंभीर चोट आई थी और उनका पैर टूट गया था। इस मामले में उत्तर प्रदेश की विधानसभा में विशेषाधिकार हनन और सदन की अवमानना की सूचना दी गई।  6 पुलिसकर्मियों के खिलाफ साल 2005 तक सुनवाई हुई। पुलिस कर्मियों को दोषी पाया गया लेकिन 17 साल तक सजा नहीं सुनाई जा सकी। अब यूपी विधानसभा के बजट सत्र में संसदीय कार्य मंत्री सुरेश खन्ना ने सदन में विशेषाधिकार से जुड़े प्रस्ताव को रखा जिसकी सदन ने सर्वसम्मति से मंजूरी दी। बता दें कि साल 2005 में जो भाजपा नेता सतीश महाना धरना कर रहे थे वही वर्तमान में विधानसभा अध्यक्ष हैं। 

इस मामल में दोषी 6 पुलिस कर्मी सदन के सामने पेश हुए जो उस समय कानपुर में तैनात थे। दोषी पुलिस कर्मियों के नाम हैं, सीओ अब्दुल समद, किदवई नगर के थानाध्यक्ष ऋषिकांत शुक्ला, एसआई थाना कोतवाली त्रिलोकी सिंह, किदवई नगर थाने के सिपाही छोटे सिंह यादव, काकादेव थाने के सिपाही विनोद मिश्र और काकादेव थाने के सिपाही मेहरबान सिंह। 

बता दें कि 58 साल बाद ऐसा हुआ जब विधानसभा में अदालत लगाई गई। इससे पहले ऐसा घटना 1964 में हुई थी। इस मामले पर सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि सदन में यह गलत परंपरा शुरू हो रही है।

टॅग्स :उत्तर प्रदेशup policeयोगी आदित्यनाथअखिलेश यादवYogi AdityanathAkhilesh Yadav
Open in App

संबंधित खबरें

भारतLok Sabha Elections 2024: "राहुल गांधी और अखिलेश यादव का राजनीतिक भविष्य खतरे में है, सपा, बसपा और कांग्रेस आईसीयू में हैं", केशव प्रसाद मौर्य ने कहा

भारतस्वाति मालीवाल को लेकर पूछे गए सवाल पर भड़क गए दिग्विजय सिंह, बोले- मुझे इस बारे में कोई बात नहीं करनी

भारतNorth-West India Weather Alert: बचके रहना रे बाबा!, भीषण गर्मी की मार जारी, अगले 5 दिन घर से जरूरी काम हो तो निकले, आईएमडी ने अलर्ट किया, ऐसे देखें अपने शहर तापमान

क्राइम अलर्टGhaziabad Husband-Wife Case: 28 वर्षीय पत्नी प्रिया की गला दबाकर हत्या, 30 साल के पति श्याम गोस्वामी ने खुद फांसी लगाकर दी जान, खुदकुशी से पहले कई तस्वीरें खींची और रिश्तेदारों को भेजा

ज़रा हटकेWatch: बेजुबान पर अत्याचार की हदें पार; बुजुर्ग ने बेरहमी से पिल्लों की गर्दन मरोड़ी, वीडियो वायरल

भारत अधिक खबरें

भारतLok Sabha Elections 2024: "मोदी के 'सांप्रदायिक' प्रचार और गैर-जिम्मेदाराना भाषण पर चुनावी आयोग की चुप्पी हैरान कर देने वाला है", एमके स्टालिन ने पीएम मोदी और आयोग पर साधा निशाना

भारतLok Sabha Elections 2024: "मनोज तिवारी हार रहे हैं, इसलिए मेरे खिलाफ अफवाह फैलाकर हमला करवा रहे हैं" इंडिया गठबंघन के प्रत्याशी कन्हैया कुमार ने कहा

भारतLok Sabha Elections 2024: चुनाव आयोग ने बंगाल बीजेपी प्रमुख सुकांत मजूमदार को थमाया कारण बताओ नोटिस, तृणमूल को 'टार्गेट' करके अखबारों में दिया था विज्ञापन

भारतVibhav Kumar Arrested: अरविंद केजरीवाल 'आप' का दल-बल लेकर आज पहुंचेंगे भाजपा दफ्तर, दी गिरफ्तार करने की चुनौती, जानिए पूरा मामला

भारतLok Sabha Elections 2024: "मोदीजी ने कहा, अडानी-अंबानी से कांग्रेस को टेंपो में पैसा मिलता है, लेकिन उनमें हिम्मत नहीं कि वो इसकी जांच कराएं", राहुल गांधी का प्रधानमंत्री पर हमला