लाइव न्यूज़ :

भारत ने दिया ड्रैगन को झटका, 5G पर चीन की नो इंट्री, चीनी टेलीकॉम कंपनी हुवेई ट्रायल्स से बाहर

By हरीश गुप्ता | Published: June 19, 2020 7:13 AM

भारत ने पहले अमेरिकी विरोध के बावजूद चीनी टेलीकॉम कंपनी हुवेई को 5जी ट्रायल्स में मौका दिया था. अब भारत ने हुवेई को ट्रायल्स से बाहर कर दिया है.

Open in App
ठळक मुद्देहुवेई का 5 जी नेटवर्क अमेरिका, जापान, न्यूजीलैंड और ऑस्ट्रेलिया जैसे देशों में प्रतिबंधित है. सरकार के ताजा फैसले से पहले भारत 5 जी ट्रायल्स बस शुरु ही करने वाला था.

भारत ने चीन को एक और करारा झटका देते हुए बड़ी चीनी टेलीकॉम कंपनी हुवेई को 5 जी प्रौद्योगिकी के ट्रायल्स से बाहर कर दिया है. बुधवार को ही टेलीकॉम विभाग ने चीनी कंपनियों से होने वाली 4 जी टेलीकॉम उपकरणों की आपूर्ति पर रोक लगाई थी. उल्लेखनीय है कि दिसंबर 2019 में अमेरिका के कड़े विरोध की अनदेखी करते हुए हुवेई को अंतिम क्षणों में 5 जी ट्रायल्स की अनुमति दी गई थी.

दिसंबर में ही अमेरिकी अधिकारियों के एक उच्चस्तरीय दल ने भारत आकर मोदी सरकार को रोकने का प्रयास किया. लेकिन भारत सरकार ने चेतावनी की अनदेखी करते हुए हुवेई को 5 जी ट्रायल्स का हिस्सा बनने की मंजूरी दे दी थी. भारत के अनेक सुरक्षा सलाहकारों और अन्य लोगों ने भी हुवेई के 5 जी प्रौद्योगिकी के ट्रायल्स का मुखर विरोध किया था.

बदल गया परिदृश्य

अब गलवान घाटी में वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) पर लद्दाख क्षेत्र में चीन के साथ विवाद और सैनिक झड़प ने एक झटके में परिदृश्य को बदल डाला है. टेलीकॉम विभाग की एक उच्चस्तरीय बैठक में दिसंबर 2019 में शुरु हुई 5 जी प्रौद्योगिकी की समूची प्रक्रिया को ही टाल दिया गया है.

कई देशों में प्रतिबंधित

हुवेई के 5 जी नेटवर्क को अमेरिका, जापान, न्यूजीलैंड और ऑस्ट्रेलिया जैसे देशों में प्रतिबंधित कर दिया गया है, जबकि यूनाइटेड किंग्डम जैसे देशों में उसकी सीमित भागीदारी है. भारत सहित 63 देश चीन की कोविड-19 महामारी के प्रसार को रोक पाने में नाकामी से नाराज हैं. ऐसे में विश्वस्तर पर 5 जी निवेश में चीन के और अधिक अलग-थलग पड़ जाएगा.

ट्रायल्स शुरु होने को थे

सरकार के ताजा फैसले से पहले भारत 5 जी ट्रायल्स बस शुरु ही करने वाला था. इसका उद्देश्य हाई स्पीड इंटरनेट नेटवर्क का लाभ 60 करोड़ वेब यूजर्स तक पहुंचाना था. अब यह स्पष्ट है कि भारत में 5 जी ट्रायल्स इस साल के अंत या 2021 तक के लिए टल गए हैं.

योजना होगी प्रभावित

इस कदम से भारत की 5 जी स्पेक्ट्रम नीलामी से संसाधन जुटाने की योजना भी प्रभावित होगी. ताजा अनिश्चितता के दौर में नीलामी के लिए बहुत कम दावेदार सामने आएंगे, जो भारत के लिए घाटे का ही सौदा रहेगा.

टॅग्स :5जी नेटवर्कचीनइंडियाहुआवे
Open in App

संबंधित खबरें

विश्वपरमाणु युद्ध हुआ तो दुनिया में सिर्फ दो देशों में ही जीवन बचेगा, लगभग 5 अरब लोग मारे जाएंगे, होंगे ये भयावह प्रभाव, शोध में आया सामने

क्रिकेटIND vs BAN वॉर्म अप मैच की तारीख घोषित, जानें कब और कहां देखें मैच

भारतविदेश मंत्री जयशंकर ने बताई 'मोदी जी ने वार रुकवा दी पापा' के पीछे की असली कहानी, जानें पीएम ने युद्ध रोकने के लिए क्या किया

कारोबारIndia-China Foreign Investment: भारत को बंपर फायदा, चीन में विदेशी निवेश कम, संयुक्त राष्ट्र विशेषज्ञ ने कहा- भारत में निवेश कर रही पश्चिमी कंपनी, आखिर क्या है पीछे की वजह!

विश्वप्रमोद भार्गव का ब्लॉग: चाबहार बंदरगाह पर अमेरिका क्यों बेचैन?

भारत अधिक खबरें

भारतLok Sabha Elections 2024: 'वायनाड से भागकर रायबरेली गए, सबको कहते घूम रहे हैं कि ये मेरी मम्मी की सीट है' , पीएम मोदी ने राहुल गांधी पर कसा तंज

भारतPatanjali Product: योग प्रशिक्षक रामदेव को एक और धक्का, पतंजलि की 'सोन पापड़ी' क्वालिटी टेस्ट में फेल, कंपनी के कर्मचारी को छह महीने की जेल

भारतAllahabad High Court: यदि न्याय का मंदिर है तो शीर्ष पुरोहित की तरह काम करें न्यायिक अधिकारी, पीठ ने कहा, एक बार गंदी मछली चिह्नित होने पर इसे तालाब में नहीं रखा जा सकता...

भारत'मनीष सिसोदिया होते तो मेरे साथ इतना बुरा नहीं होता', स्वाति मालीवाल को याद आए पूर्व डिप्टी सीएम, 'आप' पर CCTV फुटेज गायब करने का आरोप लगाया

भारतLok Sabha Elections 2024: "ईडी-सीबीआई को बंद करने के लिए मैं इंडिया गठबंधन की सरकार के सामने प्रस्ताव रखूंगा", अखिलेश यादव ने दोनों एजेंसियों की कार्य-प्रणाली पर सवाल उठाते हुए कहा