नई दिल्ली: पीएम मोदी पर बनी बीबीसी की विवादित डॉक्यूमेंट्री पर मचे बवाल के बीच भाजपा सांसद और वरिष्ठ अधिवक्ता महेश जेठमलानी ने बीबीसी पर बड़ा आरोप लगाया है। अपने ट्वीट में, जेठमलानी ने सवाल किया कि क्या ब्रिटिश ब्रॉडकास्टिंग कॉरपोरेशन का 'एंटी-इंडिया' मूवमेंट 'कैश-फॉर-प्रोपेगैंडा डील' के तहत चल रहा था?
उन्होंने इसे लेकर अपने ट्वीट में लिखा, "बीबीसी इतना एंटी-इंडिया क्यों है? क्योंकि इसे चीन से जुड़े हुआवेई (Huawei) से पैसे लेने और उसके एजेंडे को आगे बढ़ाने के लिए (बीबीसी के साथी यात्री, कॉमरेड जयराम?) पैसे ले रहा है। यह सीधे-सीधे एक कैश-फॉर-प्रोपेगैंडा डील है। बीबीसी बिकाऊ है।"
भाजपा सांसद ने अगस्त, 2022 में यूके की पत्रिका द स्पेक्टेटर में प्रकाशित एक खबर का लिंक साझा किया, जिसमें आरोप लगाया गया था कि बीबीसी हुआवेई से पैसे ले रहा था। दरअसल चीनी कंपनियों से BBC के लिंक और उनसे पैसे लेने के बारे में यूके की समाचार एजेंसी ने एक खबर छापी थी।
बीजेपी सांसद ने कहा कि बीबीसी का भारत के खिलाफ दुष्प्रचार फैलाने का एक लंबा इतिहास रहा है। उन्होंने कहा कि पीएम नरेंद्र मोदी के विरोध में बनी डॉक्युमेंट्री इसी दुर्भावनापूर्ण प्रवृत्ति की निरंतरता में बनाई गई है।
आपको बता दें कि देश में इस विवादित डॉक्युमेंट्री को लेकर विवाद जारी है। बीबीसी सीरीज "इंडिया: द मोदी क्वेश्चन" दो भाग में बनी है। डॉक्यूमेंट्री का दावा है कि इसने 2002 के गुजरात दंगों से संबंधित कुछ पहलुओं की जांच की, जब मोदी राज्य के मुख्यमंत्री थे। भारत सरकार ने श्रृंखला को "दुष्प्रचार" करार दिया है।