रायपुर:छत्तीसगढ़ के बलरामपुर जिले के सनमांद्रा गांव के निवासी दूषित पानी पीने को मजबूर हैं क्योंकि उनके गांव में पीने के पानी का कोई स्रोत नहीं है। इसके साथ ही गांव में कोई पक्का रोड नहीं है जिसकी वजह से उन्हें पथरीले रास्तों से गुजरना पड़ता है।
वहां के निवासियों ने कहा कि हम मजबूर होकर दूषित पानी का सेवन करते हैं और बीमार पड़ते रहते हैं। यहां पानी का कोई उचित स्रोत नहीं है। सड़क भी नहीं है। अगर कोई बीमार पड़ता है, तो हम उसे अस्पताल ले जाने के लिए ऑटो लेने से पहले लगभग 5 किमी तक ले जाते हैं, स्कूल जाने के लिए कंधों पर साइकिल लेकर चलते हैं।
हालांकि, जिला पंचायत की मुख्य कार्यकारी अधिकारी रीता यादव ने कहा कि मनरेगा के तहत एक सामुदायिक ट्यूबवेल स्थापित किया जा रहा है। अगर अधिक कुओं की जरूरत पड़ेगी तो हम उन्हें भी जल्दी खोदेंगे। जहां तक सड़क का सवाल है तो यह वन विभाग के तहत आता है। मैंने जिला वन अधिकारी से बात की है, उन्होंने मुझे आश्वस्त किया है कि सड़क बन जाएगा।