नई दिल्ली, 14 सितंबर: भगोड़े शराब कारोबारी विजय माल्या द्वारा भारत छोड़ने से पहले केंद्रीय वित्त मंत्री अरुण जेटली से अपनी मुलाकात का दावा करने के बाद कांग्रेस और भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के बीच एक आरोप-प्रत्यारोप का दौर शुरू हो गया है।
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता पीएल पुनिया ने कहा, 'हां, मैंने खुद वित्त मंत्री अरुण जेटली और विजय माल्या को संसद के सेंट्रल हॉल में एक-दूसरे से बातचीत करते हुए देखा था। चाहे तो सबूत के तौर पर उस दिन की सीसीटीवी फुटेज देखने के बाद बात पूरी तरह साबित हो सकती है।'
उन्होंने ये भी दावा किया, 'अगर मेरी कही हुई बात झूठ निकली तो वह राजनीति छोड़ देंगे।' पीएल पुनिया ने कहा, ''मैंने संसद के सेंट्रल हॉल के सत्र 2016 के दौरान आरोपी विजय माल्या और अरुण जेटली को 15-20 मिनट बात करते देखा था। यकीन ना हो तो उस वक्त की आप सीसीटीवी कैमरे की फूटेज निकलवा सकते हैं। उसमें आप देखेंगे कि किस तरह दोनों आपस में अंतरंग बातें कर रहे थे।''
इसके बाद पलटवार करते हुए, भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) ने एक सबूत पेश भी कर दिया है। उन्होंने अपने ट्विटर के अधिकारिक पेज पर एक वीडियो पोस्ट किया। स्वराज्य मैगजीन के मुताबिक ये वीडियो 12 नवंबर 2011 को मीडिया चैनलों ने प्रकाशित की थी।
बीजेपी द्वारा पोस्ट की वीडियो एक चैनले के प्रसारण वीडियो की क्लिपिंग है। वीडियो में यूपीए सरकार के पूर्व प्रधान मंत्री मनमोहन सिंह ये कहते हुए दिख रहे हैं कि अगर विजय माल्या की एयरलाइंस किंगफिशर किसी आर्थिक समस्याओं का सामना कर रहा तो उनको उससे उबारने में मदद की जाएगी। हालांकि ये पता नहीं चल पाया है कि ये वीडियो किस चैनल का था।
मनमोहन सिंह ने यह बात, एयर इंडिया वन बोर्ड पर पत्रकारों से बात करते हुए कहा था कि वह इस मुद्दे के बारे में नागरिक उड्डयन मंत्री वायलर रवि से बात करेंगे।
2011 के इस रिपोर्ट के मुताबिक, तत्कालीन विमानन मंत्री ने संकेत दिया था कि वह वित्त मंत्री प्रणव मुखर्जी से बात करेंगे कि विजय माल्या के स्वामित्व वाली संकटग्रस्त एयरलाइंस को संभावित सहायता पर चर्चा करें।