पटना: बिहार के बाहुबली नेता व पूर्व विधायक अनंत सिंह पर जेल प्रशासन ने जेल ब्रेक की तैयारी करने का आरोप लगाया है। पटना के बेऊर जेल प्रशासन ने इस मामले में अनंत सिंह समेत 31 बंदियों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कराई है। जेल प्रशासन ने आरोप लगाया है कि अनंत सिंह और उनके समर्थकों ने जेल पर कब्जा करके कुख्यात अपराधियों को भगाने की तैयारी कर ली थी। इसके लिए ही जेल के वार्डन से बैरक की चाभी छीन ली गई थी।
पटना के बेऊर थाने में दर्ज कराई गई प्राथमिकी में कहा गया है कि जेल के कर्मियों पर दबाव बनाने और बंदियों को भगाने के इरादे से अनंत सिंह और उनके समर्थकों ने हमला किया। उन लोगों ने जेल को अपने कब्जे में लेने की कोशिश की थी।
बेऊर जेल प्रशासन ने अपने आरोप लगाया है कि 16 जुलाई की सुबह जेल खुलते ही अनंत सिंह और उनके समर्थकों ने डिवीजन खंड में तैनात वार्डन पाल अनिरुद्ध कुमार बैठा के साथ मारपीट की। वहां बीच-बचाव करने पहुंचे सहायक अधीक्षक भूटेश कुमार को भी जमकर पीटा गया। उसके बाद जेल के सिंगल सेल में अनंत सिंह और उनके समर्थकों ने पहुंचकर वहां मौजूद कक्षपाल संजीव कुमार साह और गौतम कुमार की पिटाई कर दी।
प्राथमिकी में आरोप लगाया गया है कि इसी दौरान सेल की चाभी छीन ली गई और बंदियों को बाहर निकाल दिया गया। जेल प्रशासन ने आरोप लगाया है कि अनंत सिंह और उनके समर्थकों ने जेल में जमकर उत्पात मचाया और सीसीटीवी कैमरे को भी तोड़ दिया।
बता दें कि रविवार को बेऊर जेल में जमकर उत्पात हुआ था। बेऊर जेल में बंद अनंत सिंह ने आरोप लगाया था कि उनके वार्ड के साथ साथ बैरक को रात भर खुला छोड़ दिया गया था। अनंत सिंह ने कहा है कि जेल प्रशासन वहां बंद कुछ अपराधियों के साथ मिलकर उनकी हत्या कराना चाह रहा था।