लाइव न्यूज़ :

नस पर नस चढ़ जाये तो तुरंत करें ये 12 काम, मिनटों में मिलेगा दर्द से छुटकारा

By उस्मान | Updated: November 18, 2019 15:06 IST

नस चढ़ने से मांसपेशियों में खिंचाव महसूस होता हैं, जिसके कारण असहनीय दर्द होता है।

Open in App

नस चढ़ना एक आम समस्‍या है। बहुत से लोगों के साथ अक्‍सर होता है कि रात को सोते समय या फिर बैठे-बैठे अचानक पैर या कमर में नस पर नस चढ़ जाती है। नस चढ़ने से मांसपेशियों में खिंचाव महसूस होता हैं, जिसके कारण असहनीय दर्द होता है। कई बार इसके कारण सूजन भी आ जाती है और पीड़ित का चलना-फिरना यहां तक कि उठना-बैठना भी हराम हो जाता है। कई बार नस चढ़ने पर कोई दवा या मलहम भी काम नहीं करता। 

नस चढ़ने के कारण

वेबएमडी के अनुसार, नस चढ़ने के कई कारण हैं जिनमें मुख्यतः पैरों में रक्त संचार का खराब होना, व्यायाम करते समय काफ मसल्स पर बहुत भार पड़ना, स्ट्रेचिंग की कमी, ज्यादातर समय गर्म तापमान में रहना, मांसपेशियों की थकान, डिहाइड्रेशन, मैग्नीशियम या पोटेशियम की कमी, रीढ़ की हड्डी में चोट, गर्दन या पीठ में नर्व पिन और गुर्दे की बीमारी शामिल हैं। इनके अलावा डायबिटीज, अधिक शराब पीना, किसी बिमारी के कारण कमजोरी, कम भोजन या पौष्टिक भोजन ना लेने से भी नस पर नस चढ़ जाती है।

एक्सपर्ट के अनुसार, गलत तरीके से बैठना,-उठना, सोफे या बेड पर अर्ध लेटी अवस्था में ज्यादा देर तक रहना, उलटे सोना, दो–दो सिरहाने रख कर सोना, बेड पर बैठ कर ज्यादा देर तक लैपटॉप या मोबाइल का इस्तेमाल करना, ज्यादा सफर करना, ज्यादा टाइम तक खड़े रहना या जायदा देर तक एक ही अवस्था में बैठे रहना आदि भी इसके कुछ कारण हैं।

नस चढ़ने की समस्या से ऐसे पायें राहत

- इसके लिए आप स्ट्रेचिंग कर सकते हैं। अपने शरीर का वजन प्रभावित पैर पर रखें और अपने घुटने को थोड़ा मोड़ लें। या, अपने पैर को सीधा करके बैठें या लेट जाएं और अपने पैर के शीर्ष को अपने सिर की ओर खींचें।

- दूसरा तरीका यह है कि अपने आप को स्थिर करने के लिए एक कुर्सी पर पकड़ें और अपने पैर को अपने नितंब की ओर वापस खींच लें।

- आप प्रभावित हिस्से की बर्फ से मसाज कर सकते हैं या फिर नमक के पानी से बाथ ले सकते हैं। 

- सोते समय पैरों के नीचे मोटा तकिया रखकर सोएं तथा पैरों को ऊंचाई पर रखें।

- धीरे-धीरे ऐंठन वाली पेशियों, तंतुओं पर खिंचाव दें, आहिस्ता से मालिश करें।

- वेरीकोज वेन के लिए पैरों को ऊंचाई पर रखे, पैर में इलास्टिक पट्टी बांधे जिससे पैरों में खून जमा न हो पाए।

- शराब, तंबाकू, सिगरेट, नशीले तत्वों का सेवन नहीं करें।

- सही नाप के आरामदायक, मुलायम जूते पहनें।

- अपना वजन घटाएं। रोज सैर पर जाएं या जॉग करें। इससे टांगों की नसें मजबूत होती हैं। 

- विटामिन और मैग्नीशियम से भरपूर चीजों का खूब सेवन करें और पर्याप्त पानी पियें। 

- भोजन में नीबू-पानी, नारियल-पानी, फलों, विशेषकर मौसमी, अनार, सेब, पपीता केला आदि शामिल करें। 

- सब्जियों में पालक, टमाटर, सलाद, फलियां, आलू, गाजर आदि का खूब सेवन करें। 

- दिन में 2-3 अखरोट, 2-5 पिस्ता, 5-10 बादाम, 5-10 किशमिश खायें और इसके अलावा देशी का उपयोग करना चाहिए। 

डॉक्टर के पास कब जाएं?

ज्यादातर मामलों में, आप खुद एक पैर की ऐंठन का ख्याल रख सकते हैं। इस तरह की ऐंठन कुछ मिनटों में खत्म हो जाती है। लेकिन अगर आप अक्सर और बिना किसी स्पष्ट यह समस्या होती रहती है, तो आपको तुरंत डॉक्टर से मिलना चाहिए।

टॅग्स :हेल्थ टिप्समेडिकल ट्रीटमेंटघरेलू नुस्खेडाइट टिप्स
Open in App

संबंधित खबरें

स्वास्थ्यगर्भवती महिलाओं के पीने के पानी में पीएफएएस की मौजूदगी उनके शिशुओं के लिए घातक: अध्ययन

स्वास्थ्यBengaluru: सॉफ्टवेयर इंजीनियर ने सेक्सुअल हेल्थ के इलाज के लिए बैंक लोन लेकर खरीदी थी जड़ी-बूटी, हो गई किडनी की समस्या, ₹48 लाख का हुआ नुकसान

स्वास्थ्यDinner Timing Matters: सर्दियों में जल्दी खाना क्यों बन सकता है हेल्थ गेम-चेंजर?

स्वास्थ्यअध्ययन: बच्चों में बढ़ती हिंसा और उसके मानसिक स्वास्थ्य पर प्रभाव

स्वास्थ्यभारतीय वैज्ञानिकों ने गर्भ के अंदर 'जेनेटिक स्विच' का पता लगाया, गर्भावस्था में हो सकता मददगार

स्वास्थ्य अधिक खबरें

स्वास्थ्यबोतलबंद पानी पीने वाले हो जाएं अलर्ट?, शोध में खुलासा, माइक्रोप्लास्टिक्स, रासायनिक अवशेष और बैक्टीरिया शामिल, बॉडी को लेकर हानिकारक?

स्वास्थ्यनागपुर विधानसभा सत्रः 176 खुदरा और 39 थोक विक्रेताओं के लाइसेंस रद्द, मंत्री नरहरि जिरवाल ने कहा-खराब गुणवत्ता वाली दवाओं की बिक्री को लेकर एक्शन

स्वास्थ्यडॉ. रोहित माधव साने को “Personality of the Year 2025” का सम्मान

स्वास्थ्य12 से 13 वर्ष, तंबाकू, शराब, भांग या अन्य नशीले पदार्थों का सेवन?, 8वीं, 9वीं, 11वीं और 12वीं कक्षा के 5900 से अधिक छात्रों से प्रश्न, सर्वेक्षण में खुलासा

स्वास्थ्यबिहार हेल्थ विभागः टॉर्च की रोशनी में ऑपरेशन, ठेले पर स्वास्थ्य सिस्टम, बिहार में आम बात?, आखिर क्यों स्वास्थ्य मंत्री से लेकर मुख्यमंत्री तक थपथपा रहे हैं पीठ?