विश्व स्वास्थ्य संगठन ने चीन में कोरोना वायरस को आपातकाल घोषित किया है, लेकिन अभी तक इसे वैश्विक स्वास्थ्य आपातकाल नहीं माना है। चीन के राष्ट्रीय स्वास्थ्य आयोग ने चीन में कोरोना वायरस की वजह से हुई 41 मौतों और 830 मामलों की पुष्टि की है, जिनमें से अधिकांश वुहान शहर में हैं। इसी शहर में इस वायरस का पहला मामला सामने आया था।
क्या भारतीयों को है डरने की जरूरत?
यह वायरस चीन के एक शहर से शुरू होकर पूरे देश में फैलना शुरू हो गया है। इतना ही नहीं, अब इस वायरस के चीन के अलावा साउथ कोरिया, जापान, ताइवान, थाईलैंड, मकाऊ, हांगकांग और यूनाइटेड स्टेट ऑफ अमेरिका में भी पहुंचने की खबरें हैं।
भारत में चीन से आने वाले सभी यात्रियों का मेडिकल टेस्ट किया जा रहा है। इस बीच यह खबर है कि चीन से भारत लौटे 11 लोगों में इस वायरस के संदिग्ध लक्षण पाए गए हैं, जिन्हें जांच के लिए अस्पतालों में एडमिट किया गया है। इनमें केरल में सात, मुंबई में दो और बेंगलुरु और हैदराबाद में एक-एक संदिग्ध है।
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने इन 11 लोगों के बारे में कहा, दो व्यक्ति जिन्हें मुंबई के अस्पताल में रखा गया और हैदराबाद और बेंगलुरु में एक-एक व्यक्ति की टेस्ट रिपोर्ट निगेटिव आई है। हालांकि अभी अभी सात लोगों की रिपोर्ट आनी बाके है।
दिल्ली, मुंबई, कोलकाता, चेन्नई, बेंगलुरु, हैदराबाद और कोच्चि सात अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डों पर चीन और हांगकांग से लौटे 20,000 से अधिक यात्रियों की थर्मल स्क्रीनिंग की जा रही है। दिल्ली में अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) ने श्वसन संक्रमण के किसी भी संदिग्ध मामले में उपचार प्रदान करने के लिए आइसोलेशन वार्ड की स्थापना कर दी गई है।
कोरोना वायरस के लक्षण (Symptoms of Coronavirus)
यह वायरस निमोनिया का कारण बनता है। जो लोग इससे प्रभावित हैं, उन्हें खांसी, बुखार और सांस लेने में तकलीफ की खबर है। चूंकि यह वायरल निमोनिया है, इसलिए एंटीबायोटिक्स का कोई फायदा नहीं है। इसके लिए एंटीवायरल दवाओं का उपयोग किया जा सकता है जिससे लक्षणों की गंभीरता को कम किया जा सकता है।
कोरोना वायरस से बचने के उपाय
1) सेंटर फॉर डिजीज कंट्रोल एंड प्रिवेंशन के अनुसार, इस वायरस से पीड़ित लोगों में बुखार, ठंड लगना, सिरदर्द, सांस लेने में तकलीफ और गले में खराश जैसे लक्षण दिखाई दिए हैं। इन लक्षणों से पीड़ित लोगों से दूर रहने की कोशिश करें।
2) यात्रा के दौरान ऐसे यात्रियों के संपर्क से बचने की कोशिश करनी चाहिए जो निमोनिया या सामान्य सर्दी के लक्षण जैसे खांसी, नाक का बहना आदि से पीड़ित हैं।
3) चीन में कई लोग फेस मास्क खरीद रहे हैं लेकिन वैज्ञानिकों का मानना है कि इस वायरस के मामले में कोई मास्क काम नहीं करेगा। बेहतर तरीका यह है कि लोगों के संपर्क में आने से बचें।
4) यात्रा के दौरान यात्रियों को अपने हाथों को साबुन और पानी से कम से कम 20 सेकंड तक धोयें और बार-बार ऐसा करें। मनुष्यों को कोरोनवायरस से बचाने के लिए कोई टीके नहीं हैं।
5) अपने पास अल्कोहल बेस्ड हैंड सैनिटाइज़र रखें ताकि अगर आपको हाथ धोने के लिए पानी न मिले तो आप इससे धो लें।
6) अपनी आंखों, नाक और मुंह को अनचाहे हाथों से छूने से बचें।
7) यात्रा के दौरान वेंटिलेशन को बेहतर बनाने के लिए अपनी सीट के ऊपर की हवा को खुला रखें।
8) यात्रा के दौरान अपनी सीट और आसपास की चीजों को वाइप से साफ कर लें।
9) अगर आप बीमार हैं, तो आपको यात्रा करने से बचना चाहिए।
10) जिंदा जानवरों से असुरक्षित संपर्क से बचना चाहिए। इसके अलावा अधपका मांस और अंडा खाने से बचें।
क्या है वायरस और कहां से आया?द गार्जियन की एक रिपोर्ट के अनुसार, यह एक तरह का कोरोना वायरस है, जो कोरोना वायरस फैमिली का है, जो पहले कभी सामना नहीं आया। अन्य कोरोना वायरस की तरह, यह समुद्री जानवरों से आया है। यह नया वायरस आमतौर पर पशु में उत्पन्न होते हैं। इबोला और फ्लू इसके उदाहरण हैं।