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COVID-19 medicine: कोरोना के खिलाफ कितनी असरदार है नई दवा 2-DG, जानिये दवा से जुड़ी 10 बड़ी बातें

By उस्मान | Updated: May 12, 2021 10:15 IST

इंस्टीट्यूट ऑफ न्यूक्लियर मेडिसिन एंड एलाइड साइंसेज ने कोरोना के खिलाफ एक नई दवा विकसित की है

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ठळक मुद्देइंस्टीट्यूट ऑफ न्यूक्लियर मेडिसिन एंड एलाइड साइंसेज ने विकसित की कोरोना की नई दवामरीजों को तीन दिन में ठीक करने का दावाजल्द आ सकती है बाजार में

कोरोना वायरस का प्रकोप कम होने के नाम नहीं ले रहा है। कोरोना की दूसरी लहर में संक्रमितों और मृतकों का आंकड़ा तेजी से बढ़ रहा है। रोजाना करीब चार लाख नए मामले और चार हजार लोगों की मौत हो रही है। 

कोरोना का कोई स्थायी इलाज नहीं है लेकिन डॉक्टर और वैज्ञानिक इसके लक्षणों के इलाज के लिए नई-नई दवाएं खोजने में जुटे हैं। इस बीच इंस्टीट्यूट ऑफ न्यूक्लियर मेडिसिन एंड एलाइड साइंसेज (INMAS) के वैज्ञानिकों ने कोरोना की एक नै दवा की खोज की है, जो जल्द ही बाजार में आ सकती है। बताया जा रहा है कि यह सुरक्षित और असरदार है।  

जी न्यूज की एक रिपोर्ट के अनुसार, INMAS के वैज्ञानिक डॉक्टर सुधीर चांदना ने कहा है कि हाल ही जिस एंटी-कोविड दवा 2-डीऑक्सी-डी-ग्लूकोज (2-deoxy-D-glucose (2-DG) को मंजूरी मिली है, वो पूरी तरह से सुरक्षित है और रोगियों को तेजी से ठीक होने में मदद करेगा।

2-डीजी को हैदराबाद स्थिति डॉक्टर रेड्डी लैबोरेट्रीज (डीआरएल) के सहयोग से डिफेन्स रिसर्च एंड डेवलपमेंट ऑर्गेनाइजेशन (डीआरडीओ) की एक प्रयोगशाला इनमास (INMAS) द्वारा विकसित किया गया है।

डॉक्टर चंदना ने कहा कि क्लिनिकल ट्रायल के दौरान इस दवा ने कोरोना संक्रमित रोगियों को ठीक करने में एक प्रभावी परिणाम दिया है। 

यह दवा दूसरे चरण में लगभग 110 रोगियों पर नैदानिक परीक्षणों से गुजरी है। तीसरे चरण में, इसे 220 रोगियों पर आज़माया गया था। दवा ने चरण दो में बेहतर प्रभावकारिता दिखाई गई।

डॉक्टर चंदना ने कहा है कि यह दवा कोरोना के मरीजों को दो से तीन दिन के अंदर ठीक करने की क्षमता रखती है। 

उन्होंने कहा कि तीसरे चरण में यह देखा गया है कि रोगियों में इसके इस्तेमाल से तीसरे दिन तक ऑक्सीजन की निर्भरता 42 प्रतिशत कम हो सकती है।

डॉक्टर ने कहा है कि इस डेटा ने संकेत दिया है कि जब इस दवा का उपयोग मानक देखभाल के साथ करते हैं तो ऑक्सीजन निर्भरता बेहतर तरीके से कम हो जाती है। 

डीआरडीओ ने डीआरएल के साथ मिलकर पिछले साल अप्रैल में दवा का क्लिनिकल ट्रायल शुरू किया था। चरण 2 का परीक्षण 110 रोगियों पर मई से अक्टूबर 2020 तक किया गया। 

सफल परिणामों के आधार पर, डीसीजीआई ने तीसरे चरण की अनुमति दी थी। चरण 3 दिसंबर, 2020 से मार्च 2021 के बीच 220 रोगियों पर किया गया था।

कीमत के बारे में पूछे जाने पर डॉक्टर ने कहा है कि यह उत्पादन और कारक पर निर्भर करेगा। दवा के दाम भी जल्द ही निर्धारित कर दिए जाएंगे। 

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