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Long Covid: कोरोना वायरस के कुछ मरीज ठीक क्यों नहीं हो रहे ? वजह आई सामने

By उस्मान | Updated: October 6, 2020 15:11 IST

कोरोना के लक्षण : कोरोना के ऐसे मरीज भी हैं जिनमे लक्षण कम होने का नाम नहीं ले रहे हैं

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ठळक मुद्देभारत में कुल संक्रमितों में से 56,62,490 हुए ठीकठीक होने की दर बढ़कर 84.70 फीसदीकुल संक्रमितों की संख्या 66 लाख पार

कोरोना वायरस का प्रकोप थमने का नाम नहीं ले रहा है। चीन से निकले इस खतरनाक वायरस से 35,702,309 लोग संक्रमित हो गए हैं और 1,045,955 लोगों की मौत हो गई है।

कोरोना वायरस के कुल मामलों की बात की जाए तो ठीक होने वाले लोगों की संख्या ज्यादा है। एक्सपर्ट्स की मानें तो कोरोना के अधिकतर मरीज अपने आप ठीक हो रहे हैं लेकिन कुछ लोग ऐसे भी हैं जिनके लक्षण कम होने का नाम नहीं ले रहे हैं। इस स्थिति को 'लॉन्ग काविड' के नाम से जाना जाता है।

वैसे तो कोरोना के लक्षण सभी मरीजों में एक जैसे नजर आ रहे हैं लेकिन 'लॉन्ग काविड' वाले मरीजों में अलग अनुभव हो सकते हैं। हालांकि कोरोना का सबसे आम लक्षण थकान है। अन्य लक्षणों में सांस फूलना, एक खांसी, जोड़ों का दर्द, मांसपेशियों में दर्द, आंखों की समस्याएं, सिरदर्द, गंध और स्वाद की हानि के साथ-साथ हृदय, फेफड़े, गुर्दे और आंत को नुकसान होना शामिल हैं।

इनके अलावा कोरोना के मरीजों में अवसाद, चिंता और सोचने-समझने की क्षमता कम होना आदि मानसिक स्वास्थ्य समस्याएं भी देखने को मिल रही हैं। लेकिन अभी तक के डेटा के अनुसार थकान एक ऐसा लक्षण है जो लंबे समय तक पीड़ित का पीछा नहीं छोड़ रहा है। 

अमेरिकन मेडिकल एसोसिएशन के जर्नल में प्रकाशित एक अध्ययन के अनुसार, रोम के सबसे बड़े अस्पताल में 143 लोगों के एक अध्ययन के बाद अस्पताल के रोगियों को छुट्टी दे दी गई। इसमें पता चला कि 87% में कम से कम एक लक्षण लगभग दो महीने बाद भी था और वो था थकान।

'लॉन्ग काविड' के लक्षण

इसके लक्षणों में थकान पहले स्थान पर है इसके बाद सांस की कमी, जोड़ों में दर्द, सीने में दर्द, खांसी, स्मेल नहीं आना, नाक का बहना, लाल आंखें, टेस्ट नहीं आना, सिरदर्द, बलगम बनना, भूख में कमी, गले की खराश, मांसपेशियों में दर्द और दस्त जैसे लक्षण शामिल हैं।  

भारत में कुल संक्रमितों में से 56,62,490 हुए ठीक

आकंड़ों के अनुसार देश में 56,62,490 लोग स्वस्थ हो चुके हैं और फिलहाल 9,19,023 लोगों का इलाज चल रहा है, जो कि कुल मामलों का 13.75 फीसदी है। कोविड-19 से मृत्यु दर 1.55 फीसदी दर्ज की गई है। 

ठीक होने की दर बढ़कर 84.70 फीसदी

देश में कोरोना वायरस संक्रमण के मामले मंगलवार को 65 हजार से कम रहे जबकि संक्रमण से स्वस्थ होने वालों की संख्या 56 लाख से अधिक हो गई। इससे मरीजों के ठीक होने की दर बढ़कर 84.70 फीसदी हो गई। 

कुल संक्रमितों की संख्या 66 लाख पार

देश में कोरोना वायरस के 61,267 नए मामले सामने आने के बाद संक्रमितों की कुल संख्या बढ़कर 66,85,082 हो गई है। पिछले 24 घंटे में 884 लोगों की मौत हुई है, जिससे मृतकों की संख्या बढ़कर 1,03,569 हो गई। 

अब तक 8,10,71,797 नमूनों की जांच

भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद (आईसीएमआर) के आंकड़ों के अनुसार पांच अक्टूबर तक 8,10,71,797 नमूनों की जांच की गई और इनमें से 10,89,403 नमूनों की जांच सोमवार को की गई। पिछले 24 घंटे में 884 लोगों की मौत हुई है।  

स्वास्थ्य मंत्रालय ने इस पर जोर दिया है कि संक्रमण से मरनेवाले 70 फीसदी लोग दूसरी बीमारियों से भी ग्रस्त थे। मंत्रालय ने अपनी वेबसाइट पर कहा है, ‘‘हमारे आंकड़ों का मिलान आईसीएमआर से किया जा रहा है।

(समाचार एजेंसी भाषा के इनपुट के साथ) 

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